सम्पादकीय

थल सेनाध्यक्ष की सेवानिवृत्ति

Rani Sahu
29 April 2022 7:03 PM GMT
थल सेनाध्यक्ष की सेवानिवृत्ति
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नरवने एक बड़े ही प्रतिभाशाली, दूरदर्शी और दिलेर अधिकारी हैं

बीते सप्ताह एक तरफ हिमाचल के सबसे बड़े जिले कांगड़ा में ज्यादातर लोग कडक़ती धूप और गर्मी में गेहूं की फसल इक_ा करने में दिन-रात जुटे रहे, तो उसी दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा तथा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल की कांगड़ा में हुई रैलियों में उमड़ी भीड़ को देखकर बड़ी सरदारी तथा जिम्मेदारी में उलझे कांग्रेसी दिग्गजों ने आपस में समन्वय स्थापित कर लिया और कांग्रेस हाईकमान ने वादियों की कांग्रेसी राजनीति को नया रंग देते हुए नए प्रदेश अध्यक्ष, जो चुनाव नहीं लड़ेंगे, के साथ 46 लोगों की भारी भरकम कार्यकारिणी के साथ चुनावी दंगल के लिए कमर कस ली प्रतीत हो रही है। रोचक बात यह है कि हिमाचल की राजनीति में अब तक तीसरे मोर्चे की बात को नकारा जाता रहा है, पर इस बार लोगों में तीसरे मोर्चे के प्रति उत्साह अप्रत्याशित महसूस हो रहा है। खेतों में पसीने से लथपथ किसानों की वार्ता में अक्सर 'इबैं सठ कने अठ होणियां न' (इस बार साठ और आठ होंगी) की बात सुनने को मिल रही है। अभी भविष्य ने अपनी चद्दर में क्या छिपा रखा है, इसका पता तो वक्त के साथ ही चलेगा। अगर वक्त की बात करें तो राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय सेना के थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवने भी इस महीने के आखिर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

नरवने एक बड़े ही प्रतिभाशाली, दूरदर्शी और दिलेर अधिकारी हैं। 22 अप्रैल 1960 को जन्में जनरल एमएम नरवने भारतीय सेना के 27वें सेना अध्यक्ष हैं, जिन्होंने 30 दिसंबर 2019 को इस जिम्मेवारी को संभाला था। इसके अलावा 15 दिसंबर 2021 से जनरल नरवणे जनरल बिपिन रावत के एक विमान दुर्घटना में हुए अकस्मात निधन के बाद टेंपरेरी रूप से सीडीएस के पदभार की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। पिछले 4 महीनों से लगातार सीडीएस के पद पर रहते हुए बार-बार यह सोचा जा रहा था कि 30 अप्रैल 2022 से पहले जनरल नरवने को परमानेंट रूप से सीडीएस की जिम्मेदारी दी जाएगी, पर शायद केंद्र सरकार के मन में कुछ और चल रहा है। लगभग 42 साल भारतीय सेना में सेवाएं देने वाले जनरल एमएम नरवने ने देश के हर कोने तथा क्षेत्र में सेना की अलग-अलग लेवल की टुकडिय़ों को कमांड किया है तथा अपने कार्यकाल के दौरान बहुत सारे आनर, अवार्ड और डेकोरेशंस हासिल किए हैं। 30 अप्रैल को भारतीय सेना में नए थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे बनेंगे जो वर्तमान में थल सेना उपाध्यक्ष के पद पर हैं। जनरल मनोज पांडे का नाम थल सेना अध्यक्ष पद के लिए 18 अप्रैल 2022 को अप्रूव कर दिया गया था। जनरल पांडे के थल सेना अध्यक्ष बनने में सबसे खास बात यह है कि यह भारतीय सेना के पहले सेना अध्यक्ष होंगे जो कोर ऑफ इंजीनियर्स से होंगे। आज तक जितने भी सेना अध्यक्ष बनाए गए हैं, वे या तो आम्र्ड कोर या फिर इन्फेंट्री से होते थे। जनरल पांडे पहले ऐसे अधिकारी हैं जो इंजीनियर्स में सेवा देने के बाद थल सेना अध्यक्ष के पद तक पहुंच रहे हैं
कर्नल (रि.) मनीष धीमान
स्वतंत्र लेखक


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