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- सेना और राष्ट्रीय...
दिवाली में मिठाई और भैया दूज में मेवों का राजशाही खानपान जैसे-जैसे खत्म हो रहा है, वैसे-वैसे सर्दी भी बढ़ना शुरू हो गई हैं। चद्दर से कंबल और कंबल से रजाई तक पहुंची हिमाचली ठंड का आकलन करें तो मध्य भारत की हिंदी पट्टी में मनाई जाने वाली छठ पूजा का नदी स्नान अगर गंगा व यमुना के साथ-साथ व्यास और सतलुज में भी किया जाना होता तो शायद थोड़ा मुश्किल लगता, पर हमारे पूर्वजों ने बड़े सोच-समझकर छठी देवी की पूजा को पहाड़ी इलाके के बजाय मैदानी एवं तराई इलाके तक ही सीमित रखा है। राष्ट्रपति द्वारा दिए गए पद्मश्री से स्वयंभू मणिकर्णिका अपने आप को इतनी ज्यादा शिक्षित और बुद्धिमान समझने लग गई कि 1947 में मिली आजादी को भीख तक बता डाला, शायद इसमें कसूर उस फिल्मी पर्दे पर डायलॉग रटकर ज्ञानी दिखने वाली अदाकारा का नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जिसने आज तक उसकी हर ऊल-जलूल बयानबाजी पर या चुप्पी साधी रखी या समर्थन किया।