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- सेना और सीमा विवाद
किसी भी देश की सेना का मुख्य उद्देश्य उस देश की सरहदों की रक्षा करना होता है। देश में हो रही तरक्की, कारोबार को बढ़ावा, अमन, शांति इस सबका मुख्य आधार सरहद पर शांति बनाए रखना होता है। जिस देश की सेना सरहद को महफूज रखने के काबिल है, उस देश की तरक्की और उन्नति की गति धीमी सही, पर लाजमी तथा तय है। हाल ही में कई वर्षों तक अमरीकी सेना अफगानिस्तान की सरहद और राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा करने के बाद सारी जिम्मेवारी अफगानिस्तानी सेना को सौंप कर वापस लौटी तो इतने साल से मौके के इंतजार में दुबके बैठे तालिबानी उग्र हुए और राष्ट्रपति भवन तक कब्जा कर लिया। पीड़ा यह है कि लगभग तीन लाख सैनिकों की प्रशिक्षित सेना भर तालिबानियों का मुकाबला नहीं कर पायी और सेना के सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति अपना झोला उठाकर निकल लिए। भारत में मानसून सत्र के बाद मोदी सरकार के नए मंत्री अपने-अपने गृह राज्य में आशीर्वाद यात्रा के लिए निकल पड़े हैं। यात्रा के दौरान लग रही लोगों की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि संपूर्ण तालाबंदी के दिन अब ज्यादा दूर नहीं हैं।