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संयम श्रीवास्तव।
नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) इन दिनों विपक्ष की एकता के साथ-साथ महंगाई की मार से भी लड़ रही है. दरअसल हिंदुस्तान की राजनीति में महंगाई एक बड़ा मुद्दा है. इस मुद्दे ने कई नेताओं की कुर्सी तक पहुंचाया है और कितनों को कुर्सी से नीचे भी उतारा भी है. आने वाले समय में जहां 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहीं 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं. मोदी सरकार के सामने विपक्ष जिन मुद्दों को सबसे ज्यादा उठाएगा उनमें से एक मुद्दा है महंगाई. खासतौर से डीजल पेट्रोल (Diesel Petrol) के रिकॉर्ड तोड़ बढ़ते दाम. हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों का ठीकरा पूर्व की कांग्रेस (Congress) सरकार पर फोड़ दिया है. उनका कहना है कि यूपीए सरकार ने 2012 तक लगभग 1.44 लाख करोड़ रुपए के जो ऑयल बॉन्ड जारी किए थे, उसी की वजह से केंद्र सरकार देश की आम जनता को तेल की कीमतों में राहत नहीं दे पा रही है.
