- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- अमीरी बनाम खुशहाली
पंजाब यूनिवर्सिटी की ओर से देश के 34 शहरों में कराए गए एक सर्वे की रिपोर्ट में लुधियाना, अहमदाबाद और चंडीगढ़ को भारत के सबसे खुश शहरों का तमगा हासिल हुआ है। लोगों की खुशी का स्तर नापने के लिए इस अध्ययन में पांच प्रमुख कारक रखे गए थे- कामकाज, रिश्ते, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, लोकोपकार और धर्म-अध्यात्म। दुनिया के स्तर पर भी हैपिनेस इंडेक्स जारी किए जाने की खबरें हर साल आती रहती हैं। इन सूचनाओं से हमें अलग-जगहों पर लोगों की मनोदशा को लेकर कुछ जानकारी मिलती है, लेकिन ज्यादा बड़ी बात यह है कि इनसे धन के अलावा खुशहाली के कुछ दूसरे कारक भी नीति निर्माताओं के अजेंडे पर आते हैं। दुनिया में विकास के जो पैमाने स्थापित हैं और जिन पर खुद को कामयाब दिखाने के लिए जीडीपी के आंकड़े लगातार बढ़ाने की कोशिश प्राय: सभी सरकारें करती हैं, उनकी आम लोगों के जीवन को खुशहाल बनाने में कितनी भूमिका है, कुछ तार्किक बातचीत इस बारे में भी होती चलती है।