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- आखिर जैसा अराजक...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी संसद पर धावा बोलने वाले अपने समर्थकों के साथ खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया भर में निंदा का पात्र बने हुए हैं। ट्रंप और उनके उग्र-अराजक समर्थकों के खिलाफ केवल निंदा-भर्त्सना का सिलसिला ही कायम नहीं है, उनके खिलाफ कार्रवाई भी द्रुतगति से हो रही है। जहां सत्तारूढ़ होने जा रही डेमोक्रेट पार्टी ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की तैयारी कर रही है वहीं ट्विटर, फेसबुक के बाद अन्य टेक कंपनियां ट्रंप और उनके समर्थकों के खाते खत्म करने में लगी हुई है। निंदित-लांछित ट्रंप के खिलाफ अन्य अनेक संस्थाएं किस्म-किस्म की कार्रवाई कर रही हैं। इनमें कुछ बैंक भी हैं। उनकी ओर से यह एलान किया जा रहा है कि वे ट्रंप की कंपनियों के साथ कोई लेन-देन नहीं रखेंगे। एक तरह से उनका हुक्का-पानी बंद करने की होड़ मची है। कुछ लोगों की नजर में यह एक तरह का अतिरेक है, लेकिन यह भी तो अकल्पनीय है कि चुनाव नतीजों से असहमत कोई राष्ट्रपति अपने समर्थकों को संसद पर धावा बोलने के लिए उकसाए।