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संयम श्रीवास्तव। तालिबान (Taliban) को अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल पर कब्जा किए हुए अभी महज 15 दिन हुए हैं, लेकिन इन 15 दिनों में बहुत कुछ बदल गया है. ना सिर्फ अफगानिस्तान में बल्कि तालिबान को लेकर दुनिया की सोच में भी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर आज से 15 दिन पहले जो बयान जारी किया था और 15 दिन बाद जो बयान जारी किया है उसमें एक बड़ा फर्क नजर आ रहा है. दरअसल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 16 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के 1 दिन बाद एक बयान जारी किया था. जिसमें सुरक्षा परिषद में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने सुरक्षा परिषद की ओर से कहा था, 'सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने अफगानिस्तान में आतंकवाद से लड़ने के महत्व की पुष्टि की है और यह भी माना है कि यह सुनिश्चित हो कि अफगानिस्तान के किसी भी क्षेत्र को किसी भी देश को धमकाने और उस पर हमले के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, और यहां तक कि तालिबान या किसी भी अफगान समूह या किसी भी व्यक्ति को किसी अन्य देश में सक्रिय आतंकी गतिविधियों का समर्थन नहीं करना चाहिए.'