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- फिर खतरा बनता...
भूपेंद्र सिंह| अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के सत्ता संभालते ही यह बात स्पष्ट होने लगी थी कि अमेरिका अफगानिस्तान से जल्द ही अपनी सेनाओं को वापस बुला लेगा। आखिरकार ऐसा ही हुआ। कुछ समय पहले बाइडन ने अचानक यह घोषणा कर दी कि 31 अगस्त तक अमेरिकी सेनाएं अफगानिस्तान से अपने साजो-सामान के साथ लौट आएंगी। इस घोषणा के साथ ही तालिबान ने अपनी सैन्य सक्रियता और बढ़ा दी। वह अमेरिका के साथ हुए समझौते को दरकिनार कर अफगानिस्तान के ज्यादा से ज्यादा इलाके पर कब्जा करना चाह रहा है। वह सीमांत इलाकों को खास तौर पर कब्जाने की कोशिश कर रहा है, ताकि अफगानिस्तान सरकार को कमजोर किया जा सके। वह बड़े शहरों पर भी कब्जा करने की फिराक में है। इसी सिलसिले में उसने कंधार की घेरेबंदी शुरू की और पिछले दिनों पाकिस्तान से लगते स्पिन बोल्डाक इलाके पर कब्जा करने की कोशिश की। यह वही इलाका है, जहां तालिबान ने भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की बर्बरता से हत्या की। उनकी हत्या इसीलिए की गई, क्योंकि वह भारतीय थे। इससे यही पता चलता है कि तालिबान भारत से घृणा करते हैं।