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पर्यटन के विश्व मानचित्र पर भारत ने आज अपना अलग ही मुकाम बनाया है
भारत एक ऐसा देश है, जहां इसकी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक स्थितियों के साथ-साथ विविधताएं पर्यटन की दृष्टि से खास महत्व प्रदान करती हैं। विश्व में भारत जैसी पर्यटन विविधताएं शायद ही किसी और देश में हों। पर्यटन के विश्व मानचित्र पर भारत ने आज अपना अलग ही मुकाम बनाया है।
भौगोलिक रूप से मीलों मील प्रवाहित होती नदियां, नील मणि से चमकते विशाल सागर, अकल्पनीय झीलें, इंद्रधनुषी संस्कृति के रंगों से भरपूर रेगिस्तान, कभी चांदी से तो कभी सोने से चमकते गगनचुंबी पर्वतों के शिखर भला किसे न लुभाएंगे। विविधता से भरपूर वनस्पति और जैव संपदा का आकर्षण।
ऐतिहासिक रूप से शौर्य, त्याग, बलिदान और स्वाभिमान की गाथाओं से गूंजते किले और खूबसूरत महलों का संसार देश के राजाओं कहानियां सुनाते हैं। सभी धर्मो के आस्था स्थल देश की विविधता में एकता के दर्शन करते हैं। कला और संस्कृति की दृष्टि से देश के मेले-पर्वों की समृद्ध परंपरा, वेशभूषा, खान-पान, रहन-सहन और सामाजिक परंपराएं देश की अपनी अलग ही पहचान रखती हैं। मानव जीवन के ये सभी पक्ष भारत में पर्यटन का मजबूत आधार हैं।
यही वजह है कि प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से पर्यटक भारत के इन पर्यटन क्षेत्रों की यात्रा करते हैं और अपने जीवन में सुखद अनुभव का आनंद लेते हैं। पर्यटक भारत की विरासत को जानने उसके इतिहास को समझने और दैनिक जीवन से आराम पाने के लिए भारत भ्रमण को प्राथमिकता देते हैं। भारत में कई ऐसे स्थान हैं, जहां हर उम्र, हर वर्ग के व्यक्ति के लिए पर्यटन के लिहाज से बहुत कुछ देखने के लिए है।
भारत में पर्यटन की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के बीच पिछले कुछ दशकों से पर्यटन माध्यमों ने नई करवट ली और कुछ ऐसे आयाम जुड़े, जो न केवल पर्यटन को बढ़ाने में सहायक बने हैं वरन पर्यटकों में नई उमंग, नए जोश और नए उत्साह को विकसित कर रहे हैं। इनसे पर्यटकों को कुछ नया करने का मौका मिला है।
जो पर्यटक साहसी हैं, निडर हैं और कुछ करगुजरने की हिम्मत रखते हैं, वे इस ओर आकर्षित हुए हैं। साहसिक खेल गतिविधियों ने पर्यटन में एक नया और रोमांचकारी अध्य्याय जोड़ दिया है।
नभ, जल और जमीन से जुड़े साहसिक खेलों में आज पर्यटन में नई पहचान कायम कर ली है। खासकर युवा वर्ग के पर्यटक लड़के और लड़की दोनों इस ओर आगे आए हैं। जब वे पर्वतों, नदियों, समुद्रों और रेगिस्तान की सैर पर जाने का कार्यक्रम बनाते हैं तो उनकी सूची में साहसिक खेल प्राथमिकता से होते हैं। वे ऐसे स्थानों का चयन करते हैं, जहां ऐसे खेलों की सुविधा हो और वे भरपूर मनोरंजन कर सकें। युवा ऐसे स्थलों की तलाश में रहते हैं, जहां वे साहसिक खेलों से रोमांचित हो कर मनोरंजन के पल गुजार सकें।
रोमांचकारी पर्यटन अर्थात एंडवेंचर्स पर्यटन आज देश में सबसे अधिक महत्वपूर्ण व पसंदीदा पर्यटन बन गया है। अपने व्यस्त और तनाव भरे जीवन में खेल सदैव से दिमाग को तरोताजा करते रहे हैं और आगे कार्य करने के लिए नई ऊर्जा और जोश का संचार करते आए हैं। रोमांचकारी खेल इस दिशा में एक कदम और भी आगे हैं।
इसीलिए पर्यटकों का इस ओर तेजी से रुझान बढ़ रहा है। युवा ही नहीं, हर आयु के पर्यटक रोमांचकारी गतिविधियों का आनंद लेने के लिए आतुर नजर आते हैं। यही वजह है कि पर्यटन के क्षेत्र में रोमांचकारी पर्यटन आज सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है।
भारत में रोमांचकारी पर्यटकों की भीड़ को खींचने के लिए सब कुछ है। साहसिक पर्यटन आज देश में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के रूप में सामने आया है। जब भी भारत में कहीं भी इनके आयोजन किए जाते हैं, बड़ी संख्या में पर्यटक भाग लेने के लिए घंटों तक अपनी बारी का इंतजार करते देखे जा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि साहसिक खेल देश के अनेक स्थानों पर प्रचलित होने से पर्यटन का दायरा बढ़ गया है और पर्यटक अपनी पसंद से अलग-अलग पर्यटन स्थल को अपनी यात्रा के लिए चुन सकते हैं।
रोमांचक और साहसिक स्थलों की चर्चा करें तो देश का संपूर्ण पर्यटन रोमांचित करता है। यहां हमने साहसिक गतिविधियों के संदर्भ में पहाड़ों, नदियों, झीलों, समुद्रों और रेगिस्तान को विशेष केंद्र बिंदु बनाया है। ये सब ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो रोमांच के साथ-साथ साहसिक गतिविधियों से भरपूर हैं। ये क्षेत्र आज खेल पर्यटन का पर्याय बन कर उभरे हैं।
पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, हाइकिंग, रॉक क्लाइंबिंग, स्कीइंग, नदी वॉटर राफ्टिंग, स्केटबोर्डिंग या वॉटर स्कीइंग, पैरा पैराग्लाइडिंग, पैरासेलिंग, बंजी जंपिंग, स्कूबा डाइविंग या गोताखोरी आदि ऐसी साहसिक गतिविधियां है, जिन्हें पर्यटक बहुत पसंद करते हैं। इनकी वजह से साहसिक पर्यटन ने पर्यटकों का नया वर्ग विकसित कर दिया है।
देश में प्राकृतिक धरोहर के सम्मिश्रण का लुत्फ पूरे वर्ष लिया जा सकता है। ये पर्वतक्षेत्र, नदी तंत्र, जैव आरक्षित क्षेत्र, वन्य जीव अभ्यारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं। विश्व में हिमालय सबसे नवीन पर्वत श्रृंखला है और इसका 73 प्रतिशत हिस्सा भारत में ही है, जबकि अरावली सबसे प्राचीन पर्वत श्रेणियों में से है।
भारत के प्रमुख नदी तंत्रों में सिंधु नदी तंत्र, ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र (3969 किमी) और गंगा नदी तंत्र (2704 किमी) है। देश में 18 जैव आरक्षित क्षेत्र हैं। इसके अलावा 551 वन्य जीव अभ्यारण्य हैं, जो भारत के 3.64 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और राष्ट्रीय उद्यान देश के कुल क्षेत्र का 1.23 प्रतिशत हिस्सा शामिल करते हैं।
रेगिस्तान जैसे सफेद नमक वाला कच्छ का रण (2898 वर्गमील), थार का रेगिस्तान (66000 वर्गमील) में साहसिक पर्यटन के प्रचुर अवसर मौजूद हैं। भारत के ठंडे हिमालयी रेगिस्तान के रूप में विख्यात लद्दाख क्षेत्र भी में अनेक साहसिक गतिविधियां होती हैं।
केरल में नहरों, 38 नदियों और 5 विशाल झीलों का 1500 किमी लंबा क्षेत्र है। भारत में सुंदर वनों के क्षेत्र में आने वाला कुल क्षेत्र 4921 वर्ग.किमी. है। हिमालय की सबसे बड़ी झील पागौंगत्सो (4238 मी) है और सिक्किम में गुरूडोंगमर झील सबसे अधिक ऊंचाई (5148 मी) पर स्थित है। देश के द्वीप समूह भी साहसिक खेलों के लिए विख्यात हैं।
भारत के उत्तर और उत्तर-पूर्वी हिस्सों के हिमालयी क्षेत्र, पश्चिमी और पूर्वी घाटियां दक्षिण, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण-पूर्वी हिस्सें पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, स्कीइंग और चट्टानों पर चढ़ाई के लिए सर्वोत्तम गंतव्यों में से मनाने जाते हैं। राफ्टिंग और पानी में गोताखोरी जैसे खेलों के लिए उत्तर, पश्चिम और दक्षिण की नदियां लोकप्रिय हैं।
यही नहीं, पूर्वी तटीय क्षेत्रों और समुद्री क्षेत्रों में पानी से जुड़े कई रोमांचकारी खेल पर्यटक पसंद करते हैं, जिनके लिए वो इन क्षेत्रों की यात्रा करते हैं। सार रूप में कहें तो पूरा भारत लगभग हर प्रकार के साहसिक खेल लिए हुए है, जो पर्यटक की यात्रा को नया रोमांच प्रदान करने की पूरी शक्ति रखता है।
एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ( एटी ओ ए आई) देश में साहसिक खेलों का आयोजन कर इन्हें प्रोत्साहित करने में निरंतर सक्रिय हैं। इस संस्था ने थल,वायु और जल पर आधारित गतिविधियों को चिन्हित किया है।
भूमि आधारित साहसिक गतिविधियां
देश के सभी समस्त क्षेत्रों में साइकिलिंग, मोटर साइकिल यात्रा, जीप सफारी,ऊंट सफारी, घोड़ा सफारी, हाथी सफारी, पर्वतारोहण, कृत्रिम दीवार पर चढ़ना, बंजी जंपिंग, पर्वतारोहण, रेत के धोरों पर बास्किंग , बर्फ पर स्कीइंग या स्नो बोर्डिंग, वन्यजीव सफारी, प्रकृति भ्रमण, बर्ड वाचिंग, जिप वायर एवं हाईरोप कोर्स आदि को शामिल किया गया है।
वायु आधारित गतिविधियां
पर्यटन में हॉट एयर बैलूनिंग, पैराग्लाइडिंग अथवा हैंड ग्लाइडिंग, पैरा मोटरिंग, पैरासेलिंग, स्की डाइविंग, एयर सफारी, काइट बोर्डिंग शामिल हैं।
पानी आधारित गतिविधियां
साहसिक पर्यटन में पानी पर आधारित कयाकिंग एवं समुद्री कयाकिंग, राफ्टिंग, रिवर क्रूज़िनिग, स्कूबा डाइविंग एवं स्नोर्केलिंग आदि को शामिल किया गया है।
इन साहसिक गतिविधियों का आनंद लेने के लिए जहां साहस और निडरता होना जरूरी है, वहीं कुछ खेलों में प्रशिक्षित होना भी आवश्यक है। इसके लिए संबंधित खेल केंद्रों पर प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है। कुछ खेलों में साथ में गाइड भी होना जरूरी है। इन गतिविधियों के संचालक आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था रखते हैं और आपात स्थिति में बचाव की जानकारी भी देते हैं। पर्यटक के रूप में आपका आंनद कम नहीं हो, अतः इन गतिविधियों में भाग लेने से पूर्व टूर ऑपरेटर से बीमा की सुविधा भी प्राप्त की जानी जरूरी है।
अमर उजाला
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