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बिच्छू राउंडअप
पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया पर एक बार फिर से एक्शन हुआ है। दिल्ली के शाहीन बाग समेत 8 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी हुई है। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, असम, कर्नाटक, दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कुल 8 राज्यों में स्टेट पुलिस छापेमारी कर रही है। सूत्रों की मानें तो आज तड़के सुबह छापेमारी के दौरान देशभर में पीएफआई के 170 वर्कर्स को हिरासत में लिया गया है। बता दें कि पिछले दिनों ही एनआईए-ईडी ने मिलकर पीएफआई पर देश के 15 राज्यों में 96 जगहों पर रेड मारी थी और उसके करीब 100 से अधिक वर्कर्स को गिरफ्तार किया था। टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह 6 बजे तक आठ राज्यों में 200 से अधिक जगहों पर छापेमारी के दौरान 170 से अधिक पीएफआई कैडर्स को हिरासत में लिया गया है। वहीं, एक खुफिया नोट में दावा किया गया था कि पीएफआई सरकारी एजेंसियों और बीजेपी और आरएसएस नेताओं और उनके संगठनों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है।
मूडीज का दावा- दुनिया को मंदी की ओर धकेल रही महंगाई, 12 महीने काफी अहम
ग्लोबल एनालिटिक फर्म मूडीज ने दावा किया है कि अंधाधुंध बढ़ती महंगाई दुनिया को मंदी की ओर धकेल रही है। विकास दर में सुस्ती और रिकॉर्ड महंगाई की वजह से ग्लोबल इकॉनमी ज्यादा नाजुक बन रही है, जिससे मंदी का खतरा और गंभीर होता जा रहा है। मूडीज ने चढ़ती महंगाई की वजह से साल 2022 के लिए ग्लोबल इकनॉमिक ग्रोथ का अनुमान भी घटाकर 2.7 फीसदी कर दिया है, जो जनवरी में 4.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। मूडीज कहा, महंगाई को थामने के लिए पॉलिसी मेकर्स जैसे-जैसे सख्त फैसले लेते जाएंगे, दुनिया मंदी की ओर बढ़ती जाएगी। इस लिहाज से अगले 12 महीने काफी अहम होंगे। साल 2023 में भी ग्लोबल इकनॉमी की विकास दर 2.3 फीसदी रहने अनुमान है, जो पहले 3.6 फीसदी था। ग्लोबल एनालिटिक फर्म ने कहा है कि वैसे तो साल 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था वृद्धि करेगी, लेकिन अगर पॉलिसी बनाने वालों ने कोई गलत कदम उठाया अथवा महंगाई को थामने के लिए ज्यादा सख्ती बरती तो वैश्विक मंदी का जोखिम और बढ़ जाएगा।
आज से लाइव देख सकेंगे सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही
आज से आप सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई को लाइव देख सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के मामलों की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग आज से शुरू हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित की अगुवाई में गत मंगलवार को फुल कोर्ट मीटिंग में यह निर्णय लिया गया था कि कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। दरअसल 26 सितंबर, 2018 को कानून के छात्र की एक याचिका पर शीर्ष अदालत के फैसले ने संवैधानिक और राष्ट्रीय महत्व के मामलों की अदालती कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग की अनुमति दी थी। अदालत ने कहा था कि यह खुलापन.. सूर्य की रोशनी.. की तरह है जो.. सर्वश्रेष्ठ कीटाणुनाशक। है। पिछले साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन सीजेआई एनवी रमना ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग जल्द ही शुरू हो सकती है। इसे सक्षम करने के लिए लॉजिस्टिक्स पर काम किया जा रहा है। न्यायमूर्ति रमना ने गुजरात हाई कोर्ट की कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग के वर्चुअल लॉन्च के दौरान कहा था। सुप्रीम कोर्ट कुछ अदालतों की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू करने के बारे में सोच रहा है। हाईकोर्ट लाइव हो गया है।
आपस में ही लड़ रहे कांग्रेसी! गहलोत के मंत्री का दावा- माकन साजिश का हिस्सा
राजस्थान कांग्रेस में सियासी संकट गहराता जा रहा है। अब कांग्रेस के भीतर ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले राजस्थान के कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर बड़ा हमला बोला है। मंत्री शांति धारीवाल ने दावा किया कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाने की 100 फीसदी साजिश थी और अजय माकन उस साजिश का हिस्सा थे। अशोक गहलोत के वफादार माने जाने वाले शांति धारीवाल ने सचिन पायलट पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया और कहा कि अगर देशद्रोहियों को पुरस्कृत किया जा रहा है तो राजस्थान के विधायक बैठकर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, यह सीएम (अशोक गहलोत) को हटाने की 100 प्रतिशत साजिश थी और प्रभारी महासचिव इसका हिस्सा थे। मैं किसी और की बात नहीं कर रहा, खड़गे पर कोई आरोप नहीं है, मैं बल्कि प्रभारी महासचिव की बात कर रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान के असंतुष्ट विधायकों ने उनसे उनकी आवाज सुनने के लिए कहा है।।
Rani Sahu
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