- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- एक अति दुखद सूचना

x
बड़े दु:ख के साथ रूंधे गले से अपनी ओर के और भाभी श्री की ओर के आम और खास तमाम रिश्तेदारों, भाभी श्री के चिरपरिचितों, धुरअपरिचितों को दु:खी मन से सूचित किया जाता है कि हमारी भाभी श्री के परम प्रिय स्मार्टफोन का कल बैटरी गति रुक जाने से आकस्मिक निधन हो गया है। वह फोन मेरी आदरणीय भाभी श्री का सब कुछ था। उनका बड़ा भाई भी, पापा भी और मम्मा भी। सखा भी और सहेली भी। किलकारी भी, अठखेली भी। पति भी, सास भी। देवर भी, उनकी इकलौती आस भी। वह उनका आराध्य साध्य सब था। भाभी श्री का उससे राधा कृष्ण से भी क्लोज संबंध था। ऐसे में अब जो हमारी भाभी श्री से चैट, कॉल करना चाहें, उन्हें सादर सलाह दी जाती है कि जब तक भाभी श्री को नया फोन नहीं मिल जाता तब तक वे उनके पति श्री के मोबाइल पर उनसे आपातकाल की दशा में चैट, कॉल कर सकते हैं।
बंधुओ! ऐसा नहीं कि भाभी श्री का मोबाइल बूढ़ा हो गया था। या कि उसे कोई ले जाने वाला रोग लग गया था। सब ठीक था। वह भाभी श्री से भी चुस्त दुरुस्त था। दो महीने पहले ही भाभी श्री को उनके जन्म दिन पर उनकी मां बोले तो हमारे दब्बू भाई साहब की सास ने यह मोबाइल फोन गिफ्ट किया था ताकि भाभी श्री अपने घर की हर आम एवं खास बात अपनी मां से बिना किसी अवरोध के साझा कर सकें। मायके के तो फटे जूते भी गले में डालने लायक होते हैं दोस्तो! वह तो मोबाइल फोन था, वह भी स्मार्ट। इसलिए भाभी श्री अपने पति बोले तो हमारे पूज्य भाई साहब से भी अधिक इसका ख्याल रखती थीं। यही नहीं, वे अपने इकलौते बच्चे से भी अधिक इसका ख्याल रखती थीं। जबसे उनको उनकी माता श्री ने यह स्मार्ट फोन दिया था तबसे उनको उनके पति गौण हो गए थे।
भाभी श्री से हमारे भैया तो तबसे ही परेशान थे जबसे भाभी श्री उनको ब्याह कर आई थीं, पर भाभी श्री का प्रिय देवर होने के चलते मैं भी कुछ दिनों से नोट कर रहा था कि भाभी श्री से उनका स्मार्टफोन भी बहुत परेशान चल रहा था। जब देखो, भाभी जी उसे हरदम अपने हाथ में जकड़े रहतीं। लैटरिन जातीं तो उसके साथ। खाना खातीं तो उसके साथ। सोतीं तो उसके साथ। अब उनको लगता है जैसे उनका इस परिवार संसार में कोई न रहा हो। बंधुओ! आज परिवार में सब हैं, बीवी के गुलाम भाई साहब हैं। उनके चार चार साले साहब हैं। उनकी मिर्च सास हैं। उनकी चार चार जवान कुंआरी सालियां हैं, पर बस, नहीं है तो भाभी श्री का स्मार्टफोन। भाभी श्री के स्मार्टफोन के आकस्मिक चाहे अनचाहे निधन पर मेरी भगवान से यही प्रार्थना कि वे स्मार्टफोन की आत्मा को शांति दें, उसे अपने चरणों में जगह दें। बेचारा जब तक भाभी श्री के साथ रहा, आठ पहर चौबीस घंटे जगता ही रहा, बजता ही रहा। और भाभी श्री को इस असह्य दु:ख को सहन करने की क्षमता। हालांकि मैं अच्छी तरह जानता हूं कि भाभी श्री का दु:ख तब तक कम नहीं होगा जब तक भाई साहब ऑनलाइन किश्तों पर लेटेस्ट स्मार्टफोन से उनकी खाली गोद नहीं भर देते।
अशोक गौतम
By: divyahimachal

Rani Sahu
Next Story