संयम श्रीवास्तव। नेपाल (Nepal) की राजनीति में बीते कई महीनों से उठापटक चल रही थी, हालांकि 13 जुलाई को जब शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) ने केपी ओली (K. P. Sharma Oli) की जगह नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली तो कुछ लोगों को लगने लगा कि शायद अब नेपाल की राजनीतिक अस्थिरता शांत होगी. नेपाल के नए प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रविवार को संसद में विश्वास मत भी हासिल कर लिया. इसलिए ये उम्मीद और पुख्ता हुई कि अब नेपाल में शांति और स्थिरता का दौर शुरू सकेगा. विश्वास मत में उन्हें समर्थन भी अच्छी-खासी संख्या में मिला. नेपाली कांग्रेस प्रमुख शेर बहादुर देउबा की सरकार के पक्ष में संसद की 275 सदस्यों वाली प्रतिनिधि सभा में 165 वोट पड़े जबकि 83 सांसदों ने नवगठित सरकार के विरोध में मतदान किया. देउबा सरकार ने आसानी से संसद में अपना बहुमत साबित कर दिया. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर शेर बहादुर देउबा को विश्वास मत हासिल करने पर बधाई दी.