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- एक पराजित लड़ाई

उसे पता था वह हार जाएगा, लेकिन इसके बावजूद वह उम्र भर लड़ता रहा, एक हारती हुई लड़ाई। यह लड़ाई उसकी पेट भरने की लड़ाई थी। वह भीख मांग कर पेट नहीं भरना चाहता था, काम करके इज्जत की दो रोटी खाना चाहता था कि लेकिन ये सब बातें इतनी बार दुहरायी जा चुकी हैं कि अब किसी घिसी हुई देसी फिल्म के संवाद भी नहीं लगतीं। इन्हें सुन कर अब किसी का दिल नहीं पसीजता। सरकारी मशीनरी के कल पुर्जे नहीं हिलते। भूख प्यास का शोर तेज़ हो जाता है तो इस मशीनरी पर घोषणाओं और नारों की एक और वार्निश कर दी जाती है। महामारी का प्रकोप लंबा हो गया, लोगों को यह संदेश भी मिल गया कि यह जल्दी आपका पीछा नहीं छोड़ेगी। सबूत मिल गए। शुरू-शुरू में इन सडक़ों और चौराहों पर मौत के हरकारे दनदलाये थे, तो इन चौराहों से भिखारी ब्रिगेड गायब हो गये थे। कहा जा रहा था कि आसन्न मौत की शंका सबको डरा देती है। इन्हें भी डरा गयी। इसलिए इन गिरोहों के सरगना जलावतन हो गए लेकिन भीख मांगने वाले कांपते हुए हाथ तो अभी तक यहां वहां फैले हैं।
सोर्स -divyahimachal
