सम्पादकीय

युद्ध का 76वां दिन : यूक्रेन ने स्नेक आइलैंड से लेजर-निर्देशित बम के साथ 'पुतिन परेड नाव को नष्ट कर दिया'

Neha Dani
11 May 2022 2:04 AM GMT
युद्ध का  76वां दिन : यूक्रेन ने स्नेक आइलैंड से लेजर-निर्देशित बम के साथ पुतिन परेड नाव को नष्ट कर दिया
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विजय दिवस परेड के दौरान रूस द्वारा किए गए शक्ति प्रदर्शन के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन स्वास्तोपोल और सेंट पीटर्सबर्ग के समुद्र में तैनात अपने जंगी जहाजों के निरीक्षण और भाषण देने के लिए 001 नंबर वाली जिस खास पेट्रोल बोट का इस्तेमाल करते रहे हैं, उसे यूक्रेनी सेना ने लेजर गाइडेड बम का निशाना बना दिया। यूक्रेनी नौसेना के आधिकारिक फेसबुक चैनल पर इसकी ड्रोन से ली गई फुटेज भी साझा की गई है। हालांकि इसकी कहीं और से पुष्टि नहीं हो पाई है।

यूक्रेन ने रूस की 55 फुट लंबी रैप्टर श्रेणी की दो बोट को नष्ट करने का दावा किया है। बाद में पता चला कि इनमें से एक पुतिन की निजी बोट थी, जिसे वह जहाजों के नेतृत्व के लिए इस्तेमाल करते थे। इसकी पतवार सफेद रंग की थी। इसके अलावा, ओडेसा से 80 मील दक्षिण में स्नेक आइसलैंड में ही यूक्रेनी सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से सेरेना श्रेणी के लैंडिंग क्राफ्ट को भी निशाना बनाया।
शांतिवार्ता की मध्यस्थता के लिए फ्रांस-जर्मनी तैयार
जर्मनी और फ्रांस ने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम की अपील करते हुए कीव-मॉस्को के बीच शांतिवार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभाने की पेशकश की है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी के चांसलर ओलाफ शुल्त्ज ने दोनों देशों में तनाव कम करने के लिए भूमिका निभाने को तैयार रहने की प्रतिबद्धता दोहराई।
अमेरिका ने और 40 अरब डॉलर मदद को दी मंजूरी
रूस-यूक्रेन युद्ध के 76वें दिन भी यूक्रेनी शहरों पर रूसी सेना के हमले जारी रहे। व्हाइट हाउस ने कहा, रूसी सेना यूक्रेन में युद्ध अपराध कर रही है। इससे आम लोगों को संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को 40 अरब डॉलर की सहायता देने वाले प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर उसे मंजूरी दे दी है।
यूक्रेन को जारी इस मदद को अमेरिका की रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने स्वीकृति दी है। बाइडन ने 33 अरब डॉलर की राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। अमेरिका के इस कदम को नौ मई को विजय दिवस परेड के दौरान रूस द्वारा किए गए शक्ति प्रदर्शन के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।


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