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- जांच में बाधाएं
प्रतीकात्मक तस्वीर
देश में जांच एजेंसियों को जिस तरह से काम करने से रोका जा रहा है, उसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। संघीय ढांचे के लिए भी यह एक बड़ा सवाल है कि एक प्रदेश की पुलिस या जांचकर्ताओं को दूसरे प्रदेश में जांच करने में आखिर क्यों परेशानी हो रही है? ताजा शिकायत के अनुसार, पश्चिम बंगाल सीआईडी ने दावा किया है कि नई दिल्ली और गुवाहाटी में उसकी दो टीमों को स्थानीय पुलिस ने रोका है। क्या झारखंड के तीन विधायकों से नकद जब्ती के संबंध में पश्चिम बंगाल के जांचकर्ताओं को जांच से वाकई रोका जा रहा है? यह वाकई अफसोसजनक है, जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी का दावा है कि उसके अधिकारियों को बुधवार को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। ये जांच अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी में एक आरोपी, तीन गिरफ्तार विधायकों के करीबी सहयोगी की संपत्ति पर छापेमारी कर रहे थे। अगर पश्चिम बंगाल की पुलिस ने किसी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है, तो यह गलत है, लेकिन अगर प्रक्रिया का पालन हुआ है, तो उसे जांच से रोकना अनुचित है। किसी भी राज्य में किसी भी पुलिस दल को जांच से रोकने के पीछे के तर्क बहुत स्पष्ट होने चाहिए।