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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : सूचना के किसी भी तरह के प्रसार में तकनीकी रूप से संचार की भूमिका प्रमुख है। संचार की गति कितनी महत्त्वपूर्ण है, इसका अंदाजा आज के युग में सभी को है। इधर, सूचनाओं के प्रवाह की एक तकनीक 5जी से जुड़ी खबरें चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में दूरसंचार की पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी सेवाओं का लाभ मिलने जा रहा है। देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश के छह शहरों में अगस्त से ही ये सेवाएं मिलने की बात है। देश के अन्य राज्यों में भी ये सेवाएं जल्द ही मिल सकती हैं।तेज इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की जरूरत से आज किसी को इनकार नहीं है, लेकिन सवाल है कि ग्राहकों को मौजूदा 4जी नेटवर्क की सहूलियत भी अभी तक ठीक से नहीं मिल पा रही है। कहीं बेहद धीमे इंटरनेट की समस्या है, कहीं नेटवर्क टूटने की, तो कहीं सरकारों की तरफ से लगाया गया इंटरनेट प्रतिबंध लोगों को ठगा महसूस करवाता रहा है। ऐसे में देश में दूरसंचार की 5जी सेवाएं आखिर कितनी कारगर साबित होंगीं?इसमें संदेह नहीं कि दूरसंचार क्रांति ने भारत की आर्थिक तरक्की में महती भूमिका निभाई है। चाहे वह कंप्यूटर से जुड़ी सेवाओं की बात हो या आनलाइन पढ़ाई-खरीदारी की, हर जगह आधुनिक दूरसंचार सेवाओं की मौजूदगी दिखाई पड़ती है। एक जमाने में लैंडलाइन वाले फोन से आगे बढ़ते हुए 2जी से लेकर 4जी तक मोबाइल-इंटरनेट की सहूलियतों के बल पर साकार हुई दूरसंचार क्रांति ने आम आदमी की जिंदगी में काफी बड़ा बदलाव ला दिया। कोरोना काल में तो यह बात और भी पुख्ता ढंग से साबित हुई कि दूरसंचार क्रांति के बल पर ऐसे-ऐसे काम घर बैठे संपन्न होने लगे, जिनके बारे में शायद अनुमान तक नहीं लगाया गया था।