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- बरसात का आगाज

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : बरसात का आगाज हो गया है और मौसम सुहाना हो गया है। इस बार हिमाचल प्रदेश जैसे ठंडे प्रदेश में भी भीषण गर्मी पड़ी और करोड़ों रुपए की वन संपदा जलकर राख हो गई, लेकिन वर्षा जल से अब जंगलों की आग से राहत की उम्मीद की जा सकती है। जल सभी प्राणियों के लिए बहुत अधिक अमूल्य है। इसकी बर्बादी करना हमारे लिए बहुत हानिकारक होगा। इस चिंता के मद्देनजर जल संग्रहण के लिए हमें टैंक बनाकर बरसात के जल को संग्रहित करना चाहिए, ताकि बरसात के बाद हम इसका प्रयोग कर सकें। यों भी बहुत से पुराने जल स्रोत सूख चुके हैं।अगर हम जल के महत्त्व को वक्त पर नहीं समझे तो इसका खमियाजा हमें ही भुगतना पड़ेगा। जल संग्रहण से तो भूमि का जलस्तर बढ़ता और जल स्रोतों को पुनर्जीवन मिल जाता है। आजकल लोग अपने घरों में या बाहर नल से पानी लेकर नल को खुला छोड़ दिया करते हैं। उससे बहुत अधिक मात्रा में जल बर्बाद हो जाता है। इसे हर हाल में रोकना हमारा दायित्व होना चाहिए।
