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- आग उगलते सूरज
जनता से रिश्ता : पिछले दिनों सूरज पर मौजूद एक धब्बे में भयानक विस्फोट की तस्वीरें सामने आर्इं। इस विस्फोट को पृथ्वी के लिए खतरे के रूप में देखा जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस विस्फोट से निकलने वाले विकिरण धरती पर भू-चुंबकीय तूफान का कारण बन सकते हैं। इससे इलेक्ट्रानिक उपकरणों के खराब होने का खतरा और बढ़ जाता है।आग उगलते सूरज को देख कर तो लगता है कि ताप युग की शुरुआत हो गई है। पिछले एक दशक से पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। इसके लिए सूर्य में हो रहे ताप संबंधी बदलाव जिम्मेदार हैं। प्राकृतिक चेतावनियों से स्पष्ट है कि प्रकृति के साथ मानवता के पुराने मैत्रीपूर्ण रिश्तों में दरार आ गई है। आज प्रकृति और विश्व शांति दोनों ही खतरे में हैं। बढ़ता वैश्विक तापमान (ग्लोबल वार्मिंग) और परमाणु परीक्षणों व युद्धों से उत्पन्न होने वाले विकिरण आज मानव अस्तित्व के लिए कहीं ज्यादा बड़े खतरे बन गए हैं।