- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- बड़े पैमाने पर बगावत
जनता से रिश्ता : महाराष्ट्र में सत्ता के लिए चल रही खींचतान अब अदालत की परिधि में आकर एक नए दौर में प्रवेश कर गई है। सत्ताधारी गठबंधन महाविकास आघाडी की एक अहम घटक शिवसेना के भीतर हुई बगावत के बाद से यह स्थिति बनी हुई है कि मौका मिलते ही दोनों पक्ष नया दांव चल रहे हैं। हालांकि फिलहाल ऐसी तस्वीर उभर कर सामने नहीं आई है कि भविष्य में राज्य की सत्ता किसके हाथ में रहेगी।एक ओर, ज्यादातर विधायकों के बागी गुट में चले जाने के बावजूद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राजनीतिक बिसात पर नई चाल चलने के साथ-साथ नियमों के सहारे पदों के निर्धारण की कवायद भी कर रहे हैं तो दूसरी ओर विधानसभा में अयोग्य ठहराए जाने के खतरे के बीच विद्रोह करने वाले गुट के नेता एकनाथ शिंदे सियासी दांव को मजबूत करने की कोशिश के साथ-साथ अदालत की शरण में गए हैं। इसका तात्कालिक असर यह हुआ है कि उन्हें एक तरह से कुछ दिनों की मोहलत मिल गई है, जिसमें वे अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए सियासी गुणा-भाग को और पुख्ता कर रहे हैं।
सोर्स-jansatta