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- बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :आज जिस किसी भी अभिभावक से बात करो वह अपने बच्चे की उद्दंडता की उसके उग्र स्वभाव की शिकायत करते पाया जाता है. यहाँ तक कि आप कई अभिभावकों को अपने किशोरों के साथ मनोचिकित्सकों के क्लिनिक में चक्कर लगाते हुए भी देख सकते हैं और कुछ को ज्योतिषाचार्यों के पास मोटी राशि और वक्त बर्बाद करते हुए. अक्सर हमें अखबारों में स्कूली बच्चों द्वारा अपने ही किसी साथी पर प्रहार करने की या बलात्कार की घटनाएं आये दिन पढने को मिलती रहती हैं. और हम यह सोचते भी हैं कि आज की युवा पीढी को आखिर होता क्या जा रहा है? क्यों वह संस्कारों और मूल्यों को धता बताकर गर्त में गिरने को विवश हो रही है. मगर हम इन सवालों के जवाब ढूँढने के वजाय उन मासूम भटके हुए युवाओं को ही कोसने लगते हैं, लानतें देने लगते है.मगर उनके इस व्यवहार की पीछे क्या कारण हैं जानने की कभी कोशिश नहीं करते. आज के युवा के दिशाहीन होने का प्रमुख कारण है मीडिया.