जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कोविड-19 महामारी को लेकर घिरे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप को कोरोना वायरस गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर अपने बच्चों को स्कूल से निकालना पड़ा है। इवांका ट्रंप और उनके पति जेरेड कुश्नर ने अब अपने तीन बच्चों का नाम वॉशिंगटन के पॉश स्कूल से निकालकर एक दूसरे स्कूल में लिखवाया है। ये तीनों बच्चे स्कूल में पिछले 3 साल से पढ़ाई कर रहे थे।
स्कूल के प्रबंधकों ने बताया कि इवांका ट्रंप और उनके पति जेरेड ने कई बार सार्वजनिक रूप से पैरंट्स के लिए जारी कोरोना वायरस गाइडलाइन का उल्लंघन किया था। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक इवांका ट्रंप और उनके पति ने कई बार स्कूल के पैरंट हैंडबुक में लिखे कोविड-19 से बचाव के गाइडलाइन को नहीं माना। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई शिकायतों, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के पालने के अनुरोध के बाद इवांका ट्रंप को अपने बच्चों को स्कूल से निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा।
'इवांका और जेरेड हैंडबुक में दिए गए नियमों को नहीं मानते'
सूत्रों के मुताबिक कई अन्य माता-पिता ने स्कूल से शिकायत की थी कि इवांका और जेरेड पैरंट्स के हैंडबुक में दिए गए नियमों को नहीं मानते हैं। इसके बाद स्कूल ने इवांका और जेरेड से गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर विरोध करने का फैसला किया। स्कूल की मुख्य चिंता इस बात को लेकर थी कि इवांका और जेरेड ऐसे माहौल में काम करते हैं जहां पर बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस के केस हैं और कोई भी मास्क नहीं पहनता है।
पैरंट्स ने यह भी शिकायत की थी कि सुप्रीम कोर्ट की घटना के तीन दिन बाद इवांका ट्रंप ने पूरे परिवार के साथ अपने पिता के साथ पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा लिया था। इस दौरान उन्होंने मास्क भी नहीं पहना था। सुप्रीम कोर्ट की घटना में 13 लोग बीमार पड़ गए थे। यही नहीं इस घटना के बाद इवांका और जेरेड ने खुद को 2 सप्ताह तक अलग-थलग भी नहीं किया था। यही नहीं ट्रंप और मेलानिया के कोविड पॉजिटिव होने पर भी इवांका ने खुद को क्वारंटाइन नहीं किया था।