x
शैतान बनी महिला पर लोगों ने हजारों शलजम से किया हमला
दुनिया के हर देश की अपनी अलग मान्यताएं (Weird traditions around the world) होती हैं जिसे वहां के लोग सालों से मानते और मनाते आ रहे हैं. कहीं ये मान्यताएं त्योहारों (Amazing festivals around the world) के रूप में मनाई जाती हैं तो कहीं किसी और तरह से. स्पेन भी ऐसा ही एक देश है जहां कई तरह के त्योहार, आम लोगों की मान्यताओं पर आधारित हैं. इनमें से एक त्योहार का नाम है जैरम्प्लास (Jarramplas festival in Spain) जिसे लेकर इन दिनों खूब चर्चा है.
स्पेन में किसानी के लिए फेमस शहर पिओरनल (Piornal) के जैरम्प्लास फेस्टिवल में इस बार कुछ ऐसा हुआ है जो पहले कभी नहीं हुआ. पहली बार इस फेस्टिवल में जैरम्प्लास एक महिला (First woman to become devil in Jarramplas festival) बनी है. मगर सवाल ये उठता है कि ये फेस्टिवल है क्या और इसके इतने मायने क्यों हैं? दरअसल, सालों से चला आ रहा ये त्योहार हर साल 19 और 20 जनवरी के दिन होता है. इस त्योहार में एक शख्स शैतान का रूप धारण करता है. उसके लिए उसे भारी कपड़े और एक सींघ वाला शैतानी मुखौटा भी पहनना पड़ता है. इस वेशभूषा में वो शहर में घूमता है और लोग उसे शलजम से मारते हैं.
शैतान बनी महिला, पहने 50 किलो के कपड़े
इस साल हैरान करने वाली बात ये है कि पहली बार एक महिला ने शैतान का रूप धारण किया. 27 साल की मारिया हर्नैंडो (María Hernando) ने 50 किलो (Woman wear 50 kg clothes in Jarramplas festival) के कपड़े के कतरन और पुराने कपड़े पहने और सिर पर बड़ा सा मुखौटा लगाया. उसके बाद वो उसी तरह शहर में घूमने निकली और लोगों ने उसपर 23 हजार किलो से ज्यादा शलजम (23 thousand turnip thrown at devil) बरसाना और उसे मारना शुरू कर दिया. हालांकि शैतान बनकर महिला बहुत खुश है. उसने ट्विटर पर अपनी फोटो शेयर कर लिखा- मैं अपनी खुशी को शब्दों में जाहिर नहीं कर सकती. आप सबका धन्यवाद, ये गर्व की बात है. महिला ने बताया कि उनके पिता भी सालों पहले शैतान बने थे. तब उन्होंने बेटी को सलाह दी थी कि शैतान बनने के बाद सिर्फ सीधे चला जाता है और मजबूती के साथ आगे बढ़ा जाता है.
क्यों मनाया जाता है जैरम्प्लास फेस्टिवल?
आपको बता दें कि जैरम्प्लास फेस्टिवल (Why Jarramplas festival celebrated) सदियों से स्पेन में चला आ रहा है. इसको मनाने के पीछे एक खास कहानी है. माना जाता है कि एक पिओरनल शहर में सालों पहले एक चोर घुस आया था जो किसानों के जानवर चुरा ले जाना चाहता था. मगर गांव के लोगों ने चोर पर शलजम फेंककर उसे भगा दिया. तब से ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. त्योहार में शैतान बनना गर्व की बात होती है. इसलिए साल 2047 तक के शैतानों के नाम पहले ही तय हो चुके हैं.
Next Story