x
पेन एक कॉमन चीज़ है जिसे हर इंसान नियमित रूप से इस्तेमाल करता है। पर उसे इस्तेमाल करते समय हम सभी ने एक चीज़ पर ध्यान दिया होगा, वो है पेन के अंत में या ढक्कन में ऊपर की तरफ एक छेद। फिर भी हम में से शायद ही कुछ लोग होंगे, जिन्हें इस बात का पता होगा कि छेद आखिर होता क्यों है?
एक आम अवधारणा के अनुसार, लोग यह मानते हैं कि पेन के ढक्कनों में छेद इसलिए दिया जाता है, ताकि पेन के निब की इंक ना सूखे। पर इस बात को सही नहीं माना जा सकता, क्योंकि इस तथ्य को इंक सूखने और न सूखने दोनों ही अवधारणा में बताया जा सकता है। तो फिर शायद यह वह कारण नहीं है, जिस वजह से यह छेद पेन के कैप में या निचले हिस्से में दिया जाता है।
एक और अवधारणा यह है कि यह छेद पेन के बंद होने और खुलने पर वायु के दबाव को सामान रूप से बनाये रखता है। मगर यह बात सिर्फ़ उन पेन में सही बैठती है, जिन के ढक्कन दबा के बंद होते हैं, घुमा के बंद होने वाले पेन में यह बात तर्क संगत नहीं लगती है।
इसका मूल कारण है कि पेन को ढक्कन समेत कुछ लोग अपने मुंह में डाल लेते हैं, खासकर बच्चे। अगर यह गलती से मुंह में चला जाये और चूंकि इसमें छेद न हो, तो हवा पास नहीं होगी, जो कि यह घातक साबित हो सकती है और जान भी जा सकती है। इसी वज़ह से पेन के निर्माताओं ने इसके ढक्कन में एक छेद रखा, जिस वज़ह से अगर कोई बच्चा या बड़ा इसको निगल भी जाये तो उससे जान जाने का खतरा कुछ हद तक कम हो सकता है। हालांकि यह छेद पेन के निचले भाग या कैप दोनों पर होता है।
Next Story