जरा हटके

पहाड़ चढ़ने के दौरान समुद्र की लहरों ने वीरान द्वीप पर पहुंचाया शख़्स, 5 दिन नींबू चारकोल खाकर बिताया

Ritisha Jaiswal
18 Aug 2022 8:32 AM GMT
पहाड़ चढ़ने के दौरान समुद्र की लहरों ने वीरान द्वीप पर पहुंचाया शख़्स, 5 दिन नींबू चारकोल खाकर बिताया
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किसी वीरान और सुनसान इलाके में अगर आप अकेले फंस जाए तो क्या हाल होता होगा

किसी वीरान और सुनसान इलाके में अगर आप अकेले फंस जाए तो क्या हाल होता होगा. ना कोई इंसान न खाने का कोई सामान. दूर दूर तक घर वापसी का भी कोई रास्ता नजर न आए. ऐसे में एक एक पल काटना कितना मुश्किल होता होगा समझा जा सकता है. ऐसा नजारा सालों पहले एक फ़िल्म कहो ना प्यार है में देखने को मिला था जब ऋतिक रोशन और अमीषा पटेल एक सुनसान द्वीप पर फंस गए थे. लेकिन फ़िल्म में ऐसे सीन बेहद रोमांटिक नजर आते हैं असल जिंदगी वैसी बिल्कुल नहीं होती.

ब्राज़ील में एक शख्स ने दो नींबू और चारकोल के बल पर 5 दिन तक खुद को जिंदा रखा. जंगल पहाड़ पर चढ़ने के दौरान वो समंदर की तेज लहरों से एक सुनसान आईलैंड पर पहुंच गया था. जहां दूर दूर तक मदद के नाम पर कुछ भी नहीं था निर्जन द्वीप पर दो नींबू और मछुआरों के छूटे टेंट के भरोसे 5 दिन तक कैसे रहे नेल्शन नेडी, आप भी जानिए.
वीरान द्वीप पर शख्स ने ऐसे बिताएं 5 दिन
पेशे से माली 51 साल के नेल्सन नेदी उस वक्त एक सुनसान द्वीप पर फंस गए जब वो ब्राज़ील के रियो डि ज्वेलरी के 'ग्रुमारी बीच' पर एक पत्थर पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे. तभी तेज लहरों ने उन्हें डिगाने की कोशिश की. लेकिन अच्छी तरह तैराकी जानने की वजह से वो खुद को बचाने में कामयाब रहे. और तैरकर एक ऐसे निर्जन पाल्मास द्वीप पर पहुंचे जहां कुछ भी नहीं था. खुद को जिंदा रखने के लिए 5 दिन तक उन्होंने वहीं पर पड़े दो नींबू, चारकोल और प्यास बुझाने के लिए समंदर के खारे पानी का इस्तेमाल कर खुद को बचाया. जीवन के संघर्ष में जब वो द्वीप पर कुछ काम लायक खोजने निकले तो उन्हें एक टेंट मिला, जो शायद मछुआरे वहां छोड़ गए होंगे, उसी टेंट के पास दो नींबू भी मिला था जो 5 दिन तक उनका सबसे बड़ा सहारा रहा.
सारी उम्मीद छोड़ने के बीद मिली एक किरन और बच गई जान
मछुआरों द्वारा छोड़े गए टेंट में एक कंबल भी था, जिसे हवा में लहराकर नेल्सन ने मदद की कोशिश की. लेकिन उनकी सारी कोशिश नाकाम हो रही थी. उड़ते कंबल को देखकर भी उन तक कोई मदद नहीं पहुंची. मायूस होकर उन्होंने फिर से 'ग्रुमारी बीच' की तरफ तैरना शुरू किया. लेकिन जब भी वो आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं तेज लहरें उन्हें पीछे की ओर धकेल देती थी. थकहार कर जब नेल्सन ने खुद सारी उम्मीद छोड़ दी, तो 5 दिन बाद एक किरण नजर आयी. कुछ लोग मोटरबोट से उस द्वीप पर आए थे. जिसके बाद उन्होंने अपनी टी-शर्ट को हवा में लहराई, फिर उन्हें एयरलिफ्ट करके अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि एक ही दिन में उन्हें छुट्टी मिल गई वो पूरी तरह से ठीक हैं.


Ritisha Jaiswal

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