x
नई दिल्ली | कार हेडलाइट्स में दो सेटअप मिलते हैं - हाई-बीम और लो-बीम। हाई-बीम में अधिक रोशनी मिलती है, जो आगे तक जाती है। दूसरी ओर, लो-बीम कम रोशनी उत्सर्जित करती है और केवल कार के सामने के आस-पास के क्षेत्र तक ही फैलती है। कुछ कारों में हाई-बीम और लो-बीम के लिए अलग-अलग बल्ब होते हैं, जबकि कुछ आधुनिक कारों में एक ही बल्ब में दो फिलामेंट (एक हाई-बीम के लिए और एक लो-बीम के लिए) दिए जाते हैं
हाई-बीम और लो-बीम का उपयोग
हाई-बीम का उपयोग तब किया जाता है जब आपके सामने सड़क पर कोई अन्य वाहन नहीं आ रहा हो। यह प्रकाश को दूर तक फैलाता है और आपको सड़क पर आने वाली बाधाओं को दूर से देखने में सक्षम बनाता है। लेकिन, इससे आगे से आने वाले वाहन चालकों की दृश्यता पर असर पड़ता है।
इसलिए सामने से कोई वाहन आ रहा हो तो लो-बीम का इस्तेमाल करना चाहिए। हां, लो बीम का उपयोग तब किया जाता है जब सड़क पर आपके सामने कोई दूसरा वाहन आ रहा हो। यह आसपास के क्षेत्र में प्रकाश फैलाता है और आने वाले वाहन चालकों की दृश्यता को प्रभावित नहीं करता है।
हाई-बीम के लाभ
1. हाई-बीम का उपयोग करके आप सड़क पर आने वाली बाधाओं को दूर से देख सकते हैं और दुर्घटनाओं से बच सकते हैं।
2. हाई-बीम आपको सड़क पर दूर तक देखने में सक्षम बनाता है। इससे अच्छी विजिबिलिटी मिलती है.
लो-बीम के फायदे
1. लो-बीम कार के पास की चीजों को बेहतर दृश्यता प्रदान करती है, जो कुछ स्थितियों में आवश्यक है।
2. लो-बीम से सामने से आ रहे वाहनों के चालकों की आंखों पर सीधी रोशनी नहीं पड़ती, जिससे उनकी विजिबिलिटी खराब नहीं होती और दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है।
Tagsजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़छत्तीसगढ़ न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज का ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsChhattisgarh NewsHindi NewsIndia NewsKhabaron Ka SisilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaper
Harrison
Next Story