रात में सोते वक्त जब कान के पास मच्छरों की भिनभिनाहट सुनाई देती है तो हर किसी के मन में पहला ख्याल यही आता है कि भगवान ने मच्छर बनाए ही क्यों! मच्छरों से हर कोई परेशान हो जाता है. खासकर लाइट चले जाने पर जब पंखा चलना बंद हो जाता है तो मच्छरों की समस्या बढ़ जाती है. मच्छर कितने खतरनाक हो सकते हैं इसके बारे में शायद लोगों को ठीक तरह से अंदाजा भी नहीं होगा. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि अगर दुनिया के सारे मच्छर (What would happen if all the mosquitoes dissappear) अचानक गायब हो जाएं तो क्या होगा?
बेशक ये सवाल बेमतलब है क्योंकि सिर्फ एक छोटे से इलाके में जितने मच्छर देखने को मिलते हैं, ये तो कतई नहीं कहा जा सकता कि दुनिया के सारे मच्छर (Mosquito facts) एक बारे में गायब हो जाएंगे. पर चलिए अगर सिर्फ सोचने के लिए इस सवाल को मान भी लिया जाए तो क्या मच्छरों के ना होने से इस धरती (All mosquitoes of earth disappear) पर कोई असर पड़ेगा? ये जानने से पहले जान लीजिए कि मच्छर क्या होते हैं.
द कनवर्सेशन वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार मच्छर कीड़ों की एक बड़ी प्रजाति (Species of mosquitoes) है. इन्हें फ्लाय यानी उड़ने वाले कीड़ों की श्रेणी में रखा जाता है. इस वजह से वयस्क मच्छर और उनका बच्चा, यानी लार्वा एक दूसरे से काफी अलग होते हैं. मधुमक्खी या हड्डा जैसे फ्लाय के जहां 4 पंख होते हैं, वहीं मच्छरों के सिर्फ 2 पंख होते हैं. कई फ्लाय काटने वाली होती हैं. वो दूसरे प्राणी का खून चूसकर ही पनप सकती हैं. ऐसे फ्लाय में हॉर्सफ्लाय भी आते हैं मगर मच्छर इस श्रेणी के सबसे आम कीड़े हैं.
मच्छरों की करीब 3500 प्रजातियां दुनिया में पाई जाती हैं और वो सब एक दूसरे से काफी अलग हैं. कुछ रात के वक्त ज्यादा एक्टिव रहते हैं वहीं कुछ दिन के वक्त. कई लोगों को शायद ये नहीं पता रहता कि सिर्फ मादा मच्छर ही इंसानों का खून चूसती हैं क्योंकि उसी के जरिए वो अंडे दे सकती हैं. नर मच्छर जिंदा रहने के लिए फूलों का रस चूसते हैं. अगर मादा मच्छर ने किसी ऐसे इंसान या जानवर का खून चूस लिया जिसे कोई भयंकर बीमारी या शरीर में वायरस है, तो उसके बाद जब मादा मच्छर दूसरे इंसान को काटेगी तो वो वायरस को फैला सकती है. विचित्र बात ये है कि मच्छरों की इतनी प्रजातियों में से सिर्फ 40 प्रजातियों की मादाएं बेहद खतरनाक हो सकती हैं जिनसे मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियां हो जाती हैं.
अब इस सवाल का जवाब तलाशते हैं कि अगर मच्छर गायब हो गए तो क्या होगा. जैसा हमने बताया कि कुछ ही प्रजाति के मच्छर खतरनाक होते हैं. ऐसे में अगर ये प्रजातियां गायब होती हैं तो इंसान स्वस्थ जीवन बिता सकते हैं. लेकिन अगर बात करें सभी मच्छरों के गायब हो जाने की तो उससे पर्यावरण और इकोसिस्टम का संतुलन बिगड़ सकता है. कई ऐसे जीव होते हैं जो इन मच्छरों को खाते हैं. मेंढक, ड्रैगन फ्लाय, चींटी, मकड़ी, छिपकलियां, चमगादड़ आदि जैसे जीवों का भोजन मच्छर या उनका लार्वा होता है. तो अगर मच्छर गायब हो जाएं तो कई जीवों के पास खाने के लिए काफी कम खाना बचेगा. इससे उनका अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है. इसके अलावा कई मच्छर परागन करने में मदद करते हैं. इस प्रक्रिया के तहत वो पौधों के पराग लेकर अलग-अलग जगह गिराते चलते हैं जिससे नए पौधे अलग जगहों पर उग जाते हैं. वो मधुमक्खियों की तरह परागन नहीं कर पाते मगर वो जरूरी होते हैं.