जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Passengers Let A Dog Sleep On Seat: अमूमन ऐसा देखा जाता है कि लोग जानवरों को बेहद प्यार करते हैं और कुत्ते-बिल्लियों को घर में पालना पसंद करते हैं. हालांकि, जब कुत्तों की बात आती है, तो लोग बाहर घुमाने के लिए पार्क या वॉकिंग के लिए जरूर ले जाते हैं. वहीं अगर कोई आवारा कुत्ता होता है तो दूरी बनाते हैं और उन्हें अपने पास से भगा देते हैं. हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में लोगों को भीड़-भाड़ वाली बस में खड़े देखा जा सकता है लेकिन उन्होंने कुत्ते को सीट पर बैठने दिया क्योंकि वह सो रहा था. वीडियो ने कई लोगों के दिलों को छू लिया और अब इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. यूजर स्टेफानो एस मैगी ने ट्विटर पर इस वीडियो को एक कैप्शन के साथ पोस्ट किया.
कुत्ते को लेटा हुआ देख यात्रियों ने कही ऐसी बात
वीडियो शेयर करते हुए स्टेफानो ने लिखा, 'हालांकि वैगन (बस) में भीड़ थी और उसने 2 सीटों पर कब्जा कर रखा था, किसी ने भी उसके आराम में खलल नहीं डाला.' इस दिल को छू लेने वाले वीडियो में एक कुत्ते को भीड़-भाड़ वाली बस में दो खाली सीटों पर सोते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में कई यात्रियों को भीड़-भाड़ वाली बस के अंदर खड़े होकर सीट पाने की प्रतीक्षा करते हुए दिखाया गया है. वीडियो के शुरुआत में आप बस में लोगों से भरी भीड़ को देख सकते हैं और जैसे ही कैमरा आगे की तरफ बढ़ता है तो आप एक आवारा कुत्ते को सीट पर सोते हुए देख सकते हैं. क्लिप में दो सीटों पर शांति से सोते हुए एक कुत्ते के चारों ओर यात्री खड़े हुए हैं.
देखें वीडियो-
Although the wagon was crowded and he was occupying 2 seats, nobody disturbed his rest❣️
— Stefano S. Magi (@myworld2121) October 5, 2022
📹via Karen Olave
🎵Laurasia Mattingly•Choose Kindness pic.twitter.com/mboB6Nj4KC
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल
वीडियो को 54,000 से अधिक बार देखा जा चुका है और 3,900 से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं. कहने की जरूरत नहीं है कि वीडियो मनमोहक है और कई दिलों को छू गया. एक यूजर ने लिखा, 'आतंक के इस दौर में मानवता में विश्वास बहाल करने के लिए एक छोटी सी चीज.' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'अरे वाह, इस कुत्ते को जरूर किसी ने एडॉप्ट कर लिया होगा.' एक तीसरे ने लिखा, 'मुझे आशा है कि मानवता पृथ्वी से गायब नहीं होगी. यह चीज विश्वास दिलाती हैं कि ऐसे लोग मौजूद हैं जो न केवल मनुष्यों के प्रति दयालु हैं बल्कि ईश्वर के लिए अन्य कृतियों के लिए भी हैं.'