इलुमिनाटी का सच? जिसके रहस्य से अब तक नहीं उठ सका है पर्दा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आपने कभी ना कभी रहस्यमय संगठन इलुमिनाटी के बारे में जरूर सुना होगा। अगर नहीं, तो आज हम इसी के बारे में बात करेंगे। इस कड़ी में आज हम ये जानेंगे कि रहस्यमय संगठन इलुमिनाटी है क्या और इसका सच क्या है? कई लोगों का कहना है कि दुनिया में जो कुछ भी हो रहा है, उसके पीछे इसी का हाथ है। इस रहस्यमय संगठन पर विश्वास करने वाले लोगों की मानें तो फ्रांस की क्रांति के पीछे भी इलुमिनाटी ही जिम्मेदार था। इस संगठन की शुरुआत 18वीं सदी में हुई थी। उस दौरान ये एक खुफिया संगठन था। आज भी ऐसे कई लोग हैं, जिनका मानना है कि इलुमिनाटी गुप्त रूप से काम कर रहा है। उनका कहना है कि दुनिया में जो कोई भी बड़ी घटना हो रही है, उसके पीछे इसी का हाथ है। यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते इलुमिनाटी का नाम रहस्यमय संगठनों मेंं गिना जाता है। अब तक इसके रहस्य से पर्दा नहीं उठ सका है।
मान्यता है कि इलुमिनाटी की शुरुआत जर्मनी के बावरिया शहर में हुई थी। 1776 में इंगोल्स्ताद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एडम वीशॉप्ट ने इसकी नींव रखी। शुरुआत में इलुमिनाटी का नाम 'ऑर्डर ऑफ इलुमिनाटी' था। उस दौरान चर्च और क्रिश्चियन धर्म के कट्टरपंथ की जड़ें समाज में काफी गहरे तौर पर विद्यमान थीं। इसी कट्टरपंथ से आजाद होने के लिए प्रोफेसर विशॉप्ट ने इस संगठन की शुरुआती की। इलुमिनाटी के जरिए उनका मकसद एक ऐसी दुनिया को बनाना था, जहां पर कट्टरपंथ और मजहब की दीवारें ना हों। सभी को समान रूप से देखा जाए।
शुरुआत में इस संगठन के साथ उनके कुछ छात्र जुड़े, लेकिन धीरे धीरे इलुमिनाटी का दायरा बढ़ने लगा और हजारों लोग इस संगठन में आने लगे। बाद में वीशॉप्ट कई खुफिया बैठकें आयोजित करवाते थे, जिनमें समाज और सरकार को लेकर कई बातें हुआ करती थीं। बाद में स्थानीय सरकार को इस खुफिया संगठन बारे में पता चल गया।
इस संगठन के बारे में पता चलते ही स्थानीय सरकार ने इलुमिनाटी के ऊपर बैन लगा दिया। वहीं प्रोफेसर वीशॉप्ट को जेल में भेज दियाा गया। आज भी कई लोगों को ये विश्वास है कि इलुमिनाटी अभी भी सक्रिय है और देश दुनिया में जो कुछ भी हो रहा है, उसके पीछे इसी का हाथ है।
कई लोगों का कहना है कि जॉन एफ कैनेडी की रहस्यमय हत्या के पीछे भी इलुमिनाटी ही जिम्मेदार था। कैनेडी की मौत को लेकर एक थ्योरी है कि कैनेडी की जब हत्या हुई थी। उस दौरान उनके पास कुछ महिलाएं थीं, जिनके हाथों में कैमरे की तरह दिखने वाली एक बंदूक थी। इन महिलाओं को द बबुष्का लेडी कहा जाता है। मान्यता है कि उनका संबंध इलुमिनाटी से था। आज भी इलुमिनाटी के रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है। उसका सच क्या था? ये आज भी कोई नहीं जानता है।