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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इन दिनों यह घर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके साथ ही यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र बन गया है. शाही महलों, खूबसूरत मंदिरों और उद्यानों के लिए मशहूर 'झीलों के शहर' उदयपुर में यह अनोखा घर बनवाया गया है. कुल प्रदीप सिंह नाम के IIT इंजीनियर ने साल 2000 में इस अनोखे आशियाने को बनाया था. यह चार मंजिला मकान उन्होंने 80 साल पुराने आम के पेड़ को बिना उसके ऊपर ही बना डाला था.
'ट्री हाउस' के नाम से मशहूर यह घर 'फुल फर्निश्ड' है. आप यह बिल्कुल भी न सोचें कि यह लकड़ी से बनाया गया ऐसा मकान होगा, जैसे जंगल में रहने वाले लोग बनाते हैं. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस घर में आज की सारी सुख-सुविधाएं मौजूद हैं. पर्यावरण प्रेमी इंजीनियर कुल प्रदीप सिंह ने इस मकान को बनाने के लिए पेड़ की एक टहनी तक नहीं काटी.
केपी सिंह ने अपने सपनों के इस आशियाने को जमीन से 9 फीट ऊपर बनाया है. इस मकान की ऊंचाई तकरीबन 40 फीट है. आपको बता दें कि इस मकान में बहुत ही खास प्रकार की सीढ़ियां बनाई गई हैं. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि 4 मंजिला मकान को बनाने के लिए सीमेंट का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं किया गया है. इस मकान को स्टील, सेल्यूलर और फाइबर शीट के इस्तेमाल से बनाया गया है.
सबसे खास बात यह है कि जब यहां तेज हवा चलती है तो घर झूलने लगता है. केपी सिंह ने अपने सपने के आशियाने को पेड़ की टहनियों के हिसाब से डिजाइन किया है. किसी टहनी को उन्होंने सोफे के स्टैंड की तरह तो किसी टहनी को टीवी स्टैंड की तरह प्रयोग में लाया है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि घर में किचन, बाथरूम, बेडरूम, डाइनिंग हॉल तथा लाइब्रेरी समेत सारी सुख-सुविधाएं मौजूद हैं.
तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किचन, बेडरूम, लाइब्रेरी आदि से पेड़ की टहनियां निकली हुई हैं. जब आम के सीजन में पेड़ में फल आते हैं तो यह घर के भीतर भी लटकते देखे जा सकते हैं. घर में कई सारी खिड़कियां लगाई गई हैं. इससे घर के भीतर बहुत सारे पक्षी आते रहते हैं.
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