तीन टांगों वाले इंसान, जो 77 सालों तक लोगों के बीच बना रहा रहस्य
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में अजीबोगरीब चीजों की कोई कमी नहीं है। हम में से बहुत से लोग कई तरह के अजब-गजब चीजों को देखा भी होगा, लेकिन क्या आपने कभी तीन टांगों वाले इंसान को देखा है? वैसे तो प्रकृति ने धरती पर मौजूद हर इंसान को एक जैसा ही बनाया है। रंग-रूप और कद-काठी को छोड़कर दुनियाभर में लगभग सभी लोग एक जैसे ही हैं। हालांकि, कुछ लोगों की शरीर की बनावट बेहद ही अनोखी होती है, जिसे देखने के बाद कोई भी हैरत में पड़ सकता है। कुछ इसी तरह की कहानी है इटली के रहने वाले एक शख्स की, जिसकी दो नहीं बल्कि तीन टांगें थी। जी हां, यह हैरान करने वाली बात तो है, लेकिन बिल्कुल सच है। प्रकृति ने उसे असाधारण रूप में पैदा किया था और उस असाधारण रूप के साथ वो 77 सालों तक जिंदा रहा।
दरअसल, हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे हैं, उसका नाम था फ्रांसेस्को फ्रैंक लेंटिनी। इनका जन्म 18 मई 1889 को इटली के सिसिली द्वीप में हुआ था।
फ्रैंक लेंटिनी अपने 12 भाई-बहनों में पांचवें नंबर का था। जब वह बहुत छोटा था, तभी उसके माता-पिता ने उसे उसके चाचा-चाची के पास भेज दिए थे, जहां उसका पालन-पोषण हुआ और वहीं से उसके करियर की भी शुरुआत हुई। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लेंटिनी की तीन टांगें, चार पैर और दो गुप्तांग थे। उसका चौथा पैर उसकी तीसरी टांग के घुटने के पास से निकल रहा था। हालांकि, वह पैर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया।
फ्रैंक लेंटिनी अपने 12 भाई-बहनों में पांचवें नंबर का था। जब वह बहुत छोटा था, तभी उसके माता-पिता ने उसे उसके चाचा-चाची के पास भेज दिए थे, जहां उसका पालन-पोषण हुआ और वहीं से उसके करियर की भी शुरुआत हुई। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लेंटिनी की तीन टांगें, चार पैर और दो गुप्तांग थे। उसका चौथा पैर उसकी तीसरी टांग के घुटने के पास से निकल रहा था। हालांकि, वह पैर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया।
ऐसा नहीं है कि फ्रैंक लेंटिनी ने अपने अतिरिक्त अंगों को हटवाने की कोशिश नहीं की थी, लेकिन डॉक्टरों ने साफ-साफ कह दिया था कि अगर वह अपने अतिरिक्त अंगों को हटवाते हैं तो उन्हें लकवा मार सकता है और वो हमेशा के लिए अपाहिज हो सकते हैं, क्योंकि उनकी जो तीसरी टांग थी, वो उनकी रीढ़ की हड्डी के बिल्कुल पास थी।
12 साल की उम्र में फ्रैंक लेंटिनी की मुलाकात विंसेनजो मैगनैनो नामक शख्स से हुई, जो उस समय एक सर्कस का मालिक था। उसने फ्रैंक को सर्कस में भर्ती होने का सुझाव दिया, जो फ्रैंक को अच्छा लगा। देखते ही देखने फ्रैंक सर्कस में दर्शकों की पहली पसंद बन गए। तीन टांगें होने के बावजूद उनके पास गजब की फुर्ती थी। वह अपनी तीसरी टांग से फुटबॉल को किक मारा करते थे, जो लोगों को काफी पसंद आता था। साथ ही साथ वह हाजिर जवाबी थी थे और अपने जवाब से दर्शकों का दिल जीत लेते थे।
कई बार फ्रैंक अपनी तीसरी टांग का इस्तेमाल स्टूल की तरह किया करते थे और उसपर बैठ जाते थे। अक्सर लोग उनसे यह सवाल पूछते थे कि वह अपने लिए तीन पैरों वाला जूता कहां से खरीदते हैं? इसपर फ्रैंक जवाब देते कि वह हमेशा दो जोड़ी जूता खरीदते हैं और एक अतिरिक्त जूता अपने एक पैर वाले दोस्त को दे देते हैं।
साल 1907 में फ्रैंक लेंटिनी ने थेरेसा मुरे नाम की महिला से शादी की, जिससे उन्हें चार बच्चे हुए। हालांकि, दोनों का साथ जिंदगी भर का नहीं रहा। 1935 में दोनों अलग हो गए, जिसके बाद फ्रैंक ने हेलेन शुपे नाम की महिला से दूसरी शादी कर ली और मरने तक वह उसी महिला के साथ रहे। 21 सितंबर 1966 को अमेरिका के टेनेसी में 77 साल की उम्र में फ्रैंक लेंटिनी की मौत हो गई। उन्होंने इटली से लेकर अमेरिका तक सर्कस के कई शो में काम किया था। विशेष तौर पर उनके शो का नाम रखा गया था 'थ्री लेग्ड फुटबॉल प्लेयर' यानी तीन टांगों वाला फुटबॉल खिलाड़ी।