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हादसे कभी खुशनुमा नहीं होते. लोग सिर्फ इन हादसों में जान बच जाने को खुशकिस्मती मान लेते हैं.
हादसे कभी खुशनुमा नहीं होते. लोग सिर्फ इन हादसों में जान बच जाने को खुशकिस्मती मान लेते हैं. कई बार हादसे इतने भीषण होते हैं कि किसी की जान नहीं बचती. लेकिन कई बार चमत्कार के तौर पर कुछ लोग मौत को मात दे देते हैं. ऐसा ही चमत्कार हुआ था बीस साल के लॉरेन स्कॉएरस (Loren Schauers) के साथ. हादसे में लॉरेन ट्रक के नीचे आकर दो हिस्सों में कट गया था. किसी को उसके बचने की उम्मीद नहीं थी. लेकिन आज हादसे के तीन साल बाद वो बिना पैर, पेल्विस और फॉरआर्म के अपनी लाइफ जी रहा है.
लॉरेन के साथ हुई दुर्घटना के बारे में जानने के बाद हर कोई उसके बचने को चमत्कार ही मानता है. एक्सीडेंट में उसकी बॉडी टुकड़े हो गए थे. एक कंस्ट्रक्शन साइट पर लॉरेन हादसे का शिकार हो गया था. इसकी बॉडी के दो हिस्से हो गए थे. वो एक फोर्कलिफ्ट की चपेट में आ गया था. मूल रूप से ग्रेट फॉल्स इन मोंटाना का रहने वाला लॉरेन हेमीकोर्पोरेक्टमी का मरीज है, जो पिछले दो साल से बिना पैरों के अपनी जिंदगी काट रहा है.
बॉयोनिक हाथ-पैरों के लिए जुटा रहा चंदा
2019 में हुए हादसे के बाद लॉरेन अपने लिए फंड जुटा रहा है. सितंबर 2019 में एक ब्रिज पर काम करने के दौरान ये हादसा हो गया था. ट्रैफिक की वजह से वो बन रहे ब्रिज के किनारे पर आ गया और वहां से पचास फ़ीट नीचे गिर गया. नीचे से गुजर रही ट्रक ने उसे देखा नहीं और लॉरेन के हाथ और पैर कुचल दिए. इसके बाद भी लॉरेन होश में रहा. अपनी जान बचाने के लिए उसने डॉक्टर्स को सर्जरी के जरिये उसकी आधी बॉडी काट देने को कहा.
डॉक्टर्स को भी नहीं थी उम्मीद
आधी बॉडी काटने की रिक्वेस्ट के बाद भी डॉक्टर्स को यकीन नहीं था कि उसकी जान बचेगी. डॉक्टर्स को लगा था कि सर्जरी के दौरान ही उसकी जान चली जाएगी. लेकिन लॉरेन ने उन्हें गलत साबित कर दिया. ना सिर्फ वो जिन्दा रहा बल्कि अब उसने अपने बायोनिक हाथों के लिए चंदा भी जमा कर लिया है. इन पैसों से जल्द उसकी बॉडी से हाथ अटैच हो जाएंगे और वो मूवमेंट कर पाएगा. लॉरेन की स्टोरी लोगों को काफी इंस्पायर कर रही है
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Ritisha Jaiswal
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