ये हैं दुनिया का विचित्र पेड़, देख कर आप भी हो जाएंगे हैरान
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पेड़ पौधों का हमारे जीवन में काफी महत्व होता है। इन्हीं की मदद से हमें हवा, बरसात और खाना मिलता है। वातावरण को साफ रखने में भी इनकी काफी भूमिका होती है। दुनिया में कई प्रकार के पेड़ पौधे मौजूद हैं, जो आकार और खूबसूरती के हिसाब से एक दूसरे से काफी अलग हैं। कुछ काफी खूबसूरत हैं तो कुछ विचित्र। वहीं कुछ पेड़ों के भीतर कई विशेष प्रकार के गुण भी पाए जाते हैं। आप में से कई लोगों का पेड़ों के साथ लगाव रहता है। उनके फलों और फूलों को हर कोई पसंद करता है। वहीं दूसरी तरफ हमारी पृथ्वी पर ऐसे कई पेड़ मौजूद हैं, जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगे। ये पेड़ इतने विचित्र और अनोखे हैं, जिन्हें देखने के बाद आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। अक्सर देश-दुनिया से कई लोग इन पेड़ों को देखने के लिए दूर-दूर से इनके पास आते हैं। इसी कड़ी में आइए जानते हैं उन विचित्र पेड़ों के बारे में -
ड्रैगन ट्री (कैनरी आईलैंड)
ड्रैगन ट्री सामान्य पेड़ों के मुकाबले दिखने में काफी विचित्र है। इसका आकार कुछ कुछ बारिश के छाते के जैसा है। ये मुख्यता कैनरी आईलैंड में पाया जाता है। शुरुआत में यहां पर रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए इन पेड़ों का काफी धार्मिक महत्व था। कैनरी आईलैंड के अलावा ये पेड़ मैक्सिको के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं। इनकी उम्र करीब 650 से 1000 साल के बीच होगी।
सिल्क कॉटन ट्री (कम्बोडिया)
ये विचित्र पेड़ सीम रीम प्रोविंस, कम्बोडिया में पाया जाता है। सिल्क कॉटन ट्री के भीतर कई विशेषताएं पाई जाती हैं। इस पेड़ की अनगिनत जड़े आस पास मौजूद सभी वस्तुओं को अपने गिरफ्त में ले लेती हैं। इस पेड़ की गिनती दुनिया के सबसे अजीबोगरीब पेड़ों में की जाती है।
बाओबाब ट्री
ये पेड़ अफ्रीका से अलग हुए भाग मेडागास्कर में पाया जाता है। यहां पर आपको बाओबा पेड़ों के विभिन्न आकार और प्रकार देखने को मिलेंगे। कुछ लोगों का मानना है कि ये पेड़ करीब 1000 साल पुराने हैं। ये करीब 16 फीट से 98 फीट तक लंबे हो सकते हैं। इनके विचित्र आकार को देखने के लिए अक्सर लोग देश दुनिया से मेडागास्कर में आते हैं।
ग्रेट सिकुआ ट्री
आपको बता दें कि ग्रेट सिकुआ ट्री पृथ्वी पर मौजूद सबसे बड़ा पेड़ है। ये करीब 275 फीट लंबा है। इसकी लंबी ऊंचाई और विचित्र आकार अक्सर देश दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। कई लोगों की मानें तो ये पेड़ करीब 2300-2700 साल पुराना है।