जरा हटके

दिमाग नहीं है फिर भी ‘बहुत होशियार’ है ये मछली

Manish Sahu
25 Sep 2023 6:42 PM GMT
दिमाग नहीं है फिर भी ‘बहुत होशियार’ है ये मछली
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जरा हटके: कैरेबियन बॉक्स जेलीफिश को लेकर एक नई बात पता चली है. नई स्टडी से पता चला है कि यह जहरीली जेलीफिश ‘बहुत होशियार’ होती है. दावा किया गया है कि यह जेलीफिश ‘कल्पना से कहीं अधिक इंटेलिजेंट’ है और हमें भूलने की बीमारी को समझने में मदद कर सकती है. हैरानी की बात यह कि इसके पास दिमाग या सेंट्रालाइज्ड नर्वस सिस्टम नहीं होता है. इसकी 24 आंखें होती हैं और यह अपनी गलतियों से सीखती है.
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, करंट बायोलॉजी जर्नल में पब्लिश नई स्टडी में पाया गया कि जहरीली कैरेबियन बॉक्स जेलीफिश कल्पना से कहीं अधिक जटिल स्तर पर सीख सकती है. ऐसा केवल 1,000 नर्व सेल्स और कोई सेंट्रलाइज्ड ब्रेन नहीं होने के बावजूद है. वैज्ञानिकों ने कहा कि नए रिसर्च से जानवरों के दिमाग के बारे में हमारी बुनियादी समझ बदल जाती है. यह हमारे अपने मस्तिष्क और मनोभ्रंश (डिमेंशिया) की प्रक्रिया के बारे में और भी अधिक खुलासा कर सकता है.
जेलीफिश 500 मिलियन से अधिक सालों से अस्तित्व में है. अबतक उन्हें सीमित सीखने की क्षमताओं वाले सरल प्राणी माना जाता है. लेकिन इस नई स्टडी ने इस प्रचलित वैज्ञानिक राय को पलट कर रख दिया है. जिसमें दावा किया गया है कि कैरेबियन बॉक्स जेलीफिश के पास सीखने की काफी अधिक क्षमता है.
न्यूरोबायोलॉजिस्ट प्रोफेसर एंडर्स गार्म एक दशक से अधिक समय से बॉक्स जेलीफिश पर रिसर्च कर रहे हैं. जिसे आमतौर पर दुनिया के सबसे जहरीले जीवों में से एक माना जाता है. नाखून के आकार की प्रजातियां कैरेबियाई मैंग्रोव दलदलों में रहती हैं, जहां वे जड़ों के बीच छोटे कोपोडों (copepods) का शिकार करने के लिए 24 आंखों सहित अपनी प्रभावशाली विजुअल सिस्टम का उपयोग करती हैं.
वैज्ञानिकों की टीम ने अपनी स्टडी में देखा कि यह जेलीफिश वास्तव में दूरी का आकलन कर सकती है और निर्णय ले सकती है. प्रोफेसर गार्म ने कहा, ‘हमारे प्रयोगों से पता चलता है कि कंट्रास्ट (पानी के संबंध में जड़ कितनी गहरी है) का उपयोग जेलीफिश द्वारा जड़ों की दूरी का आकलन करने के लिए किया जाता है, जो उन्हें सही समय पर तैरने की अनुमति देता है.’
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