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सिर्फ एक रात में लिखी गई थी ये शैतानी किताब, वैज्ञानिकों ने बताई ये बात

Gulabi
16 May 2021 7:07 AM GMT
सिर्फ एक रात में लिखी गई थी ये शैतानी किताब, वैज्ञानिकों ने बताई ये बात
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रहस्यमयी किताब

हर धर्म (Religion) का अपना एक ग्रंथ होता है. उस धर्म को मानने वाले ताउम्र ग्रंथ में बताई गई शिक्षा का अनुसरण करते हैं. ईसाई धर्म (Christianity) का भी ग्रंथ है, जिसे बाइबिल (Bible) कहा जाता है. ईसाई (Christianity) धर्म के इस ग्रंथ को बहुत पवित्र माना जाता है. लेकिन दुनिया में एक ऐसी किताब भी है, जिसे शैतानों की किताब कहा जाता है. इसका नाम डेविल्स बाइबिल (Devil's Bible) है.

डेविल्स बाइबिल (Devil's Bible) एक रहस्यमयी किताब (Strange Book) है. कहा जाता है कि इस किसाब को महज एक रात में पूरा लिख दिया गया था. शैतानों के चित्रों (Devil Photo) वाली इस किताब को शैतानी बाइबिल भी कहा जाता है. इस किताब के हर पन्ने पर शैतानों की डरावनी तस्वीरें (Dangerous Photos) बनी हुई हैं.
इस रहस्यमयी शैतानी किताब (Devil's Bible) को 'कोडेक्स गिगास' (Codex Gigas) के नाम से भी जाना जाता है. इस किताब को दुनिया की सबसे खतरनाक किताब (Deadliest Book) माना जाता है. इसके बारे में आज तक यह पता नहीं चल पाया है कि इसे किसने और क्यों लिखा है. शैतानी तस्वीरों वाली किताब के लेखक (Codex Gigas Author) का नाम कभी उजागर नहीं हुआ है.
फिलहाल यह किताब स्वीडन के पुस्तकालय (Sweden Library) में सुरक्षित रखी हुई है. इसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. यह किताब इंसानों के मन में इसलिए भी कौतूहल पैदा करती है क्योंकि इसे कागज के पन्नों पर नहीं बल्कि चमड़े से बने पन्नों (Leather Pages) पर लिखा गया है.
इस शैतानी किताब (Devil's Bible Codex Gigas) में 160 पन्ने हैं, जो इसे भारी-भरकम बना देते हैं. इस किताब का वजन 85 किलो के आस-पास बताया जाता है. इसे उठाने में कम से कम दो लोगों की जरूरत पड़ती है. इसके पीछे यह कहानी प्रचलित है कि 13वीं सदी में एक संन्यासी ने अपनी मठवासी प्रतिज्ञाओं को तोड़ दिया था, जिसके बाद उसे दीवार में जिंदा चुनवा देने की सजा सुनाई गई थी. इस कठोर दंड से बचने के लिए उसने महज एक रात में एक ऐसी किताब लिखने का वादा किया, जो सभी मानव ज्ञान (Human Knowledge) सहित मठ को हमेशा के लिए गौरवान्वित करे.
शख्स को इसकी इजाजत दे दी गई थी, लेकिन कहा जाता है कि आधी रात को जब उसे समझ में आया कि वह अकेले पूरी किताब नहीं लिख सकता है तो उसने एक विशेष प्रार्थना कर शैतान को बुलाया. उस शैतान से उसे अपनी आत्मा के बदले किताब को पूरा करवाने के लिए मदद मांगी. शैतान इसके लिए तैयार हो गया और उसने एक रात में ही पूरी किताब लिख दी.
वैज्ञानिक मानते हैं कि प्राचीन समय में चमड़े के पन्नों (Leather Pages) पर ऐसी किताब को महज एक दिन में लिखना नामुमकिन है. अगर दिन-रात एक करके लगातार लिखा जाए तो भी इसे पूरा करने में कम से कम 20 साल का समय लगेगा. हालांकि कुछ शोधकर्ताओं (Researchers) ने इस तर्क को गलत भी ठहराया है. उनका मानना है कि जिस तरह पूरी किताब को एक ही लिखावट (Handwriting Facts) में लिखा गया है, उससे इतना तो साफ है कि इसे 20 या 25 साल में नहीं लिखा गया होगा.
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