जरा हटके
अंतरिक्ष में पहली बार गई थी ये बिल्ली, जिसका 2 महीने बाद हो गई थी मौत
Ritisha Jaiswal
25 July 2022 9:19 AM GMT
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हाल ही में नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने अंतरिक्ष से जुड़ी हैरान करने वाली तस्वीरें खींची हैं जिसके बाद वैज्ञानिकों को कई नई बातें स्पेस के बारे में पता चली हैं.
हाल ही में नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने अंतरिक्ष से जुड़ी हैरान करने वाली तस्वीरें खींची हैं जिसके बाद वैज्ञानिकों को कई नई बातें स्पेस के बारे में पता चली हैं. इंसान हर साल अंतरिक्ष के बारे में कुछ ना कुछ नया जान रहा है मगर अभी तक हमारी ये जानकारी बहुत ही कम साबित हुई है. ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए सालों से स्पेस में इंसानों को भेजा जा रहा है. मगर क्या आप जानते हैं कि अंतरिक्ष में सिर्फ इंसान ही नहीं, जानवर भी गए हैं? (Do you about animals who went to space) आज हम आपको एक बिल्ली (first and only cat to go to space) के बारे में बताने जा रहे हैं जो अंतरिक्ष में जाने वाली पहली बिल्ली थी और शायद आखिरी भी.
मिरर वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस की एक बिल्ली (French cat Felicette in space) के नाम स्पेस में जाने का रिकॉर्ड दर्ज है. ये बिल्ली अंतरिक्ष में जाने वाली पहली बिल्ली थी, हालांकि, वो पहली जानवर नहीं थी क्योंकि उससे पहले कई जानवर स्पेस में जा चुके हैं. आपको बता दें कि स्पेस में जाने वाला दुनिया का सबसे पहला जानवर (First animal to go in space) एक कुत्ता था. लाइक (Laika dog in space) नाम की इस डॉग को 7 दिन के ऑक्सीजन सप्लाई के साथ स्पेस में भेजा गया था. शुरुआती रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि वो 7 दिन तक जिंदा रही थी मगर सच तो ये है कि वो 5 घंटे में ही ओवरहीटिंग के कारण मर गई थी. वो स्पेस से कभी लौट ही नहीं पाई.
15 मिनट के लिए स्पेस में गई थी बिल्ली
हालांकि, जिस बिल्ली की हम बात कर रहे हैं वो अंतरिक्ष से आने में कामयाब हुई थी. मगर उसका अंत दुखद रहा. फेलिसेट (Félicette cat in space) नाम की फ्रेंच बिल्ली पेरिस की सड़कों पर रहती थी. उसे एक फ्रेंच स्पेस प्रोग्राम के तहत स्पेस में भेजा गया था. बिल्ली ने 18 अक्टूबर 1963 को उड़ान भरी थी. 2.5 किलो का वजन होने के चलते उसे काफी उपयुक्त माना गया था. बिल्ली को धरती से करीब 100 मील दूर तक भेजा गया था और उसका रॉकेट सहारा रेगिस्तान में लॉन्च किया गया था. 15 मिनट तक ऑर्बिट में रहने के बाद वो धरती पर आ गई थी.
2 महीने बाद हो गई थी मौत
उसके दिमाग में तार लगा दिए गए थे जिससे उसकी न्यूरोलॉजिकल हरकतों को मॉनीटर किया जा सके. रिपोर्ट्स की मानें तो पूरी यात्रा के दौरान काफी शांत थी, जैसे वो खुद इस अनुभव का आनंद ले रही हो. अपनी यात्रा के करीब 2 महीने बाद उसे रिसर्च के काम की वजह से मार डाला गया था. वैज्ञानिकों को ये जानना था कि स्पेस में जीव का दिमाग किस तरह से काम कर रहा था. अगर आप जानना चाहते हैं
Ritisha Jaiswal
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