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जिस तरह से इंसान के साथ होता है कि जब वो दिव्यांग हो जाते हैं तो उन्हें
जिस तरह से इंसान के साथ होता है कि जब वो दिव्यांग हो जाते हैं तो उन्हें कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। जानवरों के साथ ऐसा नहीं होता। दिव्यांग जानवरों को तो ज्यादातर लोग गोद भी नहीं लेते। उन्हें पालते भी नहीं। लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो उन्हें पालते हैं, उनका दर्द समझते हैं। चलिए आज आपको मिलवाते हैं पहले दो पैरों वाली बिल्ली से। जिसका नाम है Rexie Roo, उसे Cairistiona Flatley ने गोद लिया है।
जनवरी 2020 की बात है। उससे पहले रैक्सी बिलकुल सही थी। एक हादसे में उसे अपने आगे के दौर पैर खो दिए। इसके बाद उसे अमेरिका के उटाह में एक एनिमल शेल्टर में उसे ले जाया गया।
इसके बाद शेल्टर वालों ने ये सोचा कि उसके आगे दोनों कृत्रिम पैर लगाए जा सकते हैं, लेकिन मेडिकल एक्सपर्टस से बातचीत करने के बाद ये बात सामने आई ये मुमकिन नहीं है। यानी उसे बिना पैरों के ही रहना होगा।
Best Friends Animal Society ने फिर उसकी एक सर्जरी की। इसके बाद रैक्सी रिक्वर करने लगी। फिर उसके लिए एक घर खोजने की प्रक्रिया शुरू की गई। फिर उसके जीवन में Cairistiona आई, उन्होंने उसे गोद लिया।
रैक्सी का एक इंस्टा अकाउंट भी बनाया गया। ऐसा उन्होंने इसलिए किया वो ताकि लोगों को दिव्यांग जानवरों को गोद लेने के लिए प्रेरित कर सकें। वो कहती हैं, 'लोग मुझे कहते हैं कि मैं काफी अच्छी हूं जो मैंने एक दिव्यांग बिल्ली को गोद लिया। मैं बस ये ही सोचती हूं कि मैं कितनी लकी हुई कि वो मेरी जिंदगी में है।'
कहते हैं ना कि किसी से प्यार करें तो बस प्यार करें। ये ना सोचें कि उसकी कमियां क्या क्या हैं। ये सोचें कि वो आपके साथ है। अगर हम ऐसे जानवरों का ध्यान नहीं रखेंगे तो कौन रखेगा। इंसान की कुछ जिम्मेदारियां हैं उनमें से एक है कि बेजुबानों की फिक्र करना, उनका ध्यान रखना। उन्हें ऐसा माहौल देना जिसमें वो सुरक्षित महसूस कर सकें। जैसे Cairistiona ने रैक्सी को गोद लेकर बता दिया कि वो एक नेक दिल इंसान हैं।
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