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जरा हटके: अमरेली जिले के किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं, जिससे लाखों रुपये कमाते हैं. किसान गिर नस्ल की अच्छी गायों और नंदी की भी देखभाल कर रहे हैं. इन गाय, भैंस, नंदी की कीमत लाखों रुपये में है.
सावरकुंडला तालुका के अमृतवेल गांव में खोडियार माताजी के मंदिर में एक गौशाला है. यहां एक राघव नाम का बैल है, जिसकी कीमत 45 लाख रुपए से भी ज्यादा है. इसके ठाठ-बाट भी किसी राजा से कम नहीं है. गौशाला में इसका खास ध्यान रखा जाता है.
इस गौशाला में 'लाडली' नाम की एक बछिया भी है, जब यह चार महीने की थी तो उसे 11 लाख रुपए की कीमत पर मांगा गया था.
गौशाला में सर्वोत्तम प्रजनन वाली गिर गाय और नंदी से ज्यादा दूध देने वाली और बेहतर नस्ल की बछिया तैयार की जाती हैं. सभी में खास यह 'लाडली' बछिया है.
इस बछिया की मां को भावनगर से 8.60 लाख रुपये में खरीदा गया और राघव नंदी जिसकी कीमत 45 लाख रुपए है, उसके माध्यम से प्रजनन कराया गया. इस बछिया की मां रोजाना 28 लीटर दूध देती है.
बछिया का नामकरण गौशाला की और से किया गया है. फिलहाल यह बछिया 11 महीने की है. गौशाला से न तो बछड़े बेचे जाते हैं और न ही कोई अन्य जानवर, लेकिन यहां अच्छी नस्ल की गाय पैदा की जाती हैं.
Manish Sahu
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