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रूस-यूक्रेन युद्ध में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं पुतिन के ये खास सलाहकार, जानिए इनके बारे में

Gulabi
7 March 2022 8:46 AM GMT
रूस-यूक्रेन युद्ध में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं पुतिन के ये खास सलाहकार, जानिए इनके बारे में
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पुतिन के ये खास सलाहकार
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध खत्म होता नजर नहीं रहा है। रूसी सैनिक यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइल से हमला कर रहे हैं। रूस द्वारा किए जा रहे लगातार हमलों से यूक्रेन अब पस्त हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद कड़ा प्रतिरोध कर रहा है। इस युद्ध में यूक्रेन को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन राष्ट्रपति जेलेंस्की हार मानने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।
इस युद्ध को लेकर दोनों देश अपने-अपने दावे कर रहे हैं। रूस का कहना है कि उसने यूक्रेन के 2203 सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है, तो वहीं यूक्रेन का कहना है कि 11 हजार रूस सैनिकों को मार गिराया है। दोनों देशों में हो रही जंग के बीच अब दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। आइए जानते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कौन-कौन लोग हैं जो रूस-यूक्रेन युद्ध में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु

रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु राष्ट्रपित व्लादिमीर पुतिन के वफादारों में शामिल हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिनका प्रभाव पुतिन के फैसलों पर दिखाई देता है। रूस की राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि सर्गेई शोइगु पुतिन के उत्तराधिकारी हैं। बीते साल सितंबर में जब पुतिन छुट्टी पर गए थे, तो रूस के रक्षा मंत्री भी उनके साथ गए थे। साल 2014 में रूस के क्रीमिया पर जीत के शोइगु हीरो थे। सर्गेई शोइगु ने रूस की मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी के इंचार्ज के रूप में भी काम किया है। राष्ट्रपति पुतिन के फैसलों में शोइगु की अहम भूमिका होती है।

रूस के सेना के प्रमुख वैलेरी गेरासिमोव

पुतिन के भरोसेमंद लोगों में शामिल वैलेरी गेरासिमोव के कंधों पर यूक्रेन पर हमले और उस पर जीत की जिम्मीदारी है। जब साल 1999 में चेचेन्या जंग हुई थी, तो रूसी सेना के प्रमुख वैलेरी गेरासिमोव ने अहम भूमिका निभाई थी। पुतिन ने साल 2012 में गेरासिमोव को रूस की सेना प्रमुख बनाया था। इन्होंने भी क्रीमिया पर कब्जे में अहम भूमिका निभाई थी। यूक्रेन के मामले को लेकर कई देशों ने वैलेरी गेरासिमोव को प्रतिबंधित व्यक्तियों की सूची में डाल दिया था जिनमें यूरोपियन यूनियन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका ने भी ब्लॉक लिस्ट में उनको डाल दिया है।

निकोलाई पातरुशेव, सुरक्षा परिषद के सचिव

रूसी राष्ट्रपति के बेहद करीबी लोगों में शामिल निकोलाई पातरूशेव मानते हैं कि सालों से रूस को पश्चिमी देश परेशान करने में लगे हैं। वह 1970 के दशक से पुतिन के साथ हैं। निकोलाई पातरुशेव और पुतिन दोनों ही रूस की सुरक्षा एजेंसी एफएसबी के प्रमुख रहे हैं। साल 2008 से पातरूशेव रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव के पद तैनात हैं। क्रीमिया पर कब्जे के बाद यूरोपियन यूनियन ने पातरूशेव को भी प्रतिबंधित व्यक्ति लिस्ट में डाल दिया था। साल 2018 में अमेरिका ने भी इनको बैन कर दिया था।

एलेक्जेंडर बोर्तनिकोव, फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के डायरेक्टर

रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी के चीफ एलेक्जेंडर बोर्तनिकोव भी पुतिन के भरोसेमंद हैं। पातरूशेव के एफएसबी की कमान छोड़ने के बाद से ही एलेक्जेंडर इस पद पर हैं। पातरूशेव ने साल 2008 में एफएसबी के चीफ का पद छोड़ा था। कई सालों से एलेक्जेंडर पुतिन के साथ हैं। एलेक्जेंडर ने केजीबी में जासूस का कार्य किया है। यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका ने एलेक्जेंडर बोर्तनिकोव और उनके बेटे को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है।

सर्गेई नारिश्किन, फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस के निदेशक

सर्गेई नारिश्किन एक व्यापारी होने के साथ ही रूस के राजनेता भी हैं। साल 2016 में नारिश्किन को फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस का निदेशक नियुक्त किया गया था। साल 1990 दशक से नारिश्किन पुतिन से जुड़े हुए हैं। सर्गेई नारिश्किन भी पुतिन के वफादारों में शामिल हैं। क्रीमिया पर कब्जे बाद अमेरिका ने इन पर बैन लगा दिया था, लेकिन बाद में हटा लिया था। यह जनवरी 2018 में अमेरिका के दौरे पर भी गए थे।

सर्गेई लावरोव, विदेश मंत्री

विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस के सबसे वरिष्ठ डिप्लोमैट में शामिल हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत श्रीलंका में स्थित सोवियत संघ की एंबेसी से की थी। इसके अवाला सर्गेई संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि का भी पद संभाल चुके हैं। सीरिया में अमेरिकी सैनिकों का लावरोव विरोधी करत रहे हैं।

फेडरेंशन काउंसिल की अध्यक्ष वैलेन्तीना मातवियेंको

पुतिन की करीबियों में शामिल अकेली महिला वैलेन्तीना मातवियेंको दशकों से पुतिन के साथ जुड़ी हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस के ऊपरी सदन ने यूक्रेन पर हमले की मुहर लगाई थी, तो यह फैसला वैलेन्तीना की वजह से ही लिया था। क्रीमिया के रूस में विलय में वैलेन्तीना ने बड़ी भूमिका निभाई थी। सेंट पीटर्सबर्ग की गवर्नर के पद पर भी वैलेन्तीना तैनात रही हैं।

विक्टर जोलोतोव, नेशनल गार्ड के निदेशक

पुतिन के सबसे भरोसेमंदों में विक्टर जोलोतोव भी शामिल हैं। कभी पुतिन के बॉडीगार्ड रहे जोलोतोव इस समय नेशनल गार्ड के निदेशक हैं। 1990 के दशक से जोलोतोव भी पुतिन के साथ हैं। जोलोतोव रूस के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की सुरक्षा के मुखिया के पद पर भी रहे हैं। उन्होंने 2000 से 2013 तक यह पद संभाला था। साल 2016 में उन्हें नेशनल गार्ड का निदेशक बनाया गया था।
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