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साल का आखिरी महीना चल रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सुर्खियों मेंसाल का आखिरी महीना चल रहा है. लेकिन लोग इस साल को वैसे नहीं जी पाए जैसा 2020 साल का स्वागत करते हुए Resolution बनाया था. ये साल सभी के लिए निराशाजनक रहा. क्योंकि इस साल लोग केवल कोरोना वायरस से बचने के लिए सुरक्षा कवच ढूढते रह गए. कोरोना वायरस ने 2020 में हमें हंसने के लिए कुछ खास नहीं दिया. लेकिन कुछ ऐसी खबरें आई जो सुर्खियों में छाई रही. और हंसने का पात्र बनी. जिसमें भारत में गोबर के चिप से लेकर जापान में पारदर्शी टॉयलेट जैसी घटना शामिल है.
मिलिए कोरोना कुमार से
ये महामारी काफी भयंकर है लेकिन इससे प्रेरित होकर बच्चे का नाम रखना अजीब है. दरअसल देश में लॉकडाउन के चलते किसी ने अपने बच्चे का नाम 'कोरोना कुमार' रख दिया तो किसी ने 'लॉकडाउन'. ऐसी कई घटनाएं हैं जब लोग किसी चीज़ से प्रेरित होकर अपने बच्चों का नामकरण कर देते हैं.
रहस्मयी खंभा
रहस्मय खंभों के बारे अपने सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं देखी और सुनी होंगी. जिस पर मीम्स भी खूब वायरल हुए. ऐसी खबरें आ रही थीं कि अमेरिका के यूटा रेगिस्तान में एक चमकता हुआ रहस्मयी खंभा अचानक से देखा गया. ये खंबा अचानक गायब भी हो गया. जिसे लोग एलियन का समझ कर सवाल उठा रहे थे. बता दें कि ये खंबे केवल अमेरिका ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी दिखाई दिए.
व्हेल की पूंछ
नीदरलैंड्स के रॉटरडैम में एक बेकाबू मेट्रो ट्रेन एक नाले में गिरने ही वाली थी कि दो व्हेलों की पूंछों की एक विशालकाय कलाकृति ने उसे बचा लिया. मूर्ती को बनाने वाले आर्किटेक्ट मार्टिन स्रुजीस का कहना था कि पूंछों पर टिकी हवा में लटकी ट्रेन अपने आप में एक कलाकृति लग रही थी.
गोबर का स्मार्टचिप
मोबाइल फोन की रेडिएशन से बचने के इस उपाय से लोगों के कान खड़े हो गए थे. राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया ने एक चिप दिखा कर दावा किया कि यह गाय के गोबर से बना है और मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन को कम करता है.
टॉयलेट टेक्नोलॉजी
जापान लाइफस्टाइल हमेशा ही सुर्खियों में बना रहता है. लेकिन इस बार जापान अपने यहां पारदर्शी टॉयलेट को लेकर सुर्खियों छाया रहा. जापान में टोक्यो के एक पार्क में पारदर्शी टॉयलेट लगाए गए हैं, ताकि लोग इस्तेमाल करने के पहले देख सकें कि टॉयलेट साफ है या नहीं. टॉयलेट इस्तेमाल करते समय भी सबकुछ दिखाई देगा ? ये एक बड़ा सवाल है लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि शौचालय के अंदर जाते ही स्मार्ट शीशा अपना स्वरूप बदल लेता है और उसके आर-पार दिखना बंद हो जाता है
'फग्गिंग' में आपका स्वागत है
सालों से 'फक्किंग' नाम की वजह से मजाक का पात्र बने हुए इस ऑस्ट्रियाई गांव के लोग अब खुश हैं. आखिर गांव का नाम बदल जो गया है. अब इसे 'फग्गिंग' के नाम से जाना जाता है.
टोक्यो ओलंपिक्स में यौन जिम्नास्टिक्स
टोक्यो ओलम्पिक खेलों के आयोजकों ने कहा है ओलंपिक विलेज में लगने वाले ईको-फ्रेंडली गत्ते के बिस्तर इतने मजबूत हैं कि वो खिलाड़ियों के 'सेक्शुअल जिम्नास्टिक्स' भी सह लेंगे. हां, एक बिस्तर में बस दो व्यक्ति होने चाहिए. रियो में हुए पिछले ओलंपिक खेलों के दौरान प्रतियोगियों के बीच लगभग पांच लाख कंडोम बांटे गए थे, यानी प्रति व्यक्ति 42 कंडोम.
बोल्सोनारो के केले
पत्रकारों को 'द बनाना' नामक एक भद्दा इशारा करने के लिए बदनाम ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने मार्च में एक प्रेस वार्ता में खुद जाने की जगह वहां एक स्टैंड-उप कॉमिक को भेज दिया. कॉमिक ने राष्ट्रपति का सैश भी पहना हुआ था और खूब सारे केले साथ लिए हुए थे.
टॉयलेट रोल की मारामारी
कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के कारण सब बंद पड़ गया था. जिस दौरान सबसे ज्यादा लोगों को किसी चीज़ की कमी हुई तो वो टॉयलेट पेपर है. ऐसी कई घटानाएं सामने आई जैसे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी से सामने आई जहां एक सुपरमार्केट में टॉयलेट रोल पर लड़ती हुई तीन महिलाओं को अलग करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा. वहीं हांगकांग से भी एक ऐसी घटना सामने आईमें टॉयलेट पेपर ले जा रही एक लॉरी को चोरों ने रोक कर सारा भंडार लूट लिया. अमेरिका के ऑरेगोन में तो लोगों ने टॉयलेट पेपर खत्म होने पर पुलिस को फोन तक कर दिया.
अजगर का मास्क
इंग्लैंड में मैनचेस्टर के पास एक बस यात्री के पास मास्क नहीं था तो उसने अपने मुंह पर एक अजगर लपेट लिया. अधिकारियों का कहना था कि किस तरह का मास्क उपयोग करें इसे लेकर उनके निर्देश कुछ अस्पष्ट जरूर थे लेकिन उनमें सांप की चमड़ी के इस्तेमाल की बात तो बिल्कुल भी नहीं की गई थी, खास कर तब जब चमड़ी अभी भी सांप के शरीर पर हो.
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