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दसवीं में पूछे गए 1 सवाल पर मचा बवाल, पूर्व डिप्टी एजुकेशन मंत्री ने जताई मामले पर आपत्ति

Gulabi
14 Feb 2022 7:16 AM GMT
दसवीं में पूछे गए 1 सवाल पर मचा बवाल, पूर्व डिप्टी एजुकेशन मंत्री ने जताई मामले पर आपत्ति
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पूर्व डिप्टी एजुकेशन मंत्री ने जताई मामले पर आपत्ति
इन दिनों भारत में भी बोर्ड एग्जाम्स का प्रेशर है. दसवीं और बारहवीं (Board Exams) की परीक्षाओं की तैयारी अब आखिरी चरण में है. कोरोना की वजह से स्कूल में काफी कम पढ़ाई हो पाई है. इसके बावजूद घर से जितना हो पाया, बच्चों ने तैयारी कर ली है. ना सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी दसवीं और बारहवीं के एग्जाम्स काफी महत्वपूर्ण होते हैं. इन परीक्षाओं के नतीजों पर ही बच्चे का भविष्य टिका होता है. ऐसे में इन दोनों एग्जाम्स को बच्चों के साथ-साथ उनके पेरेंट्स भी काफी सीरियस लेते हैं. इन दिनों मलेशिया में भी दसवीं की तैयारी कर रहे बच्चे पढ़ाई में डूबे हुए हैं. यहां दसवीं को SPM यानी Sijil Pelajaran Malaysia के नाम से जाना जाता है. ये एग्जाम इन दिनों चर्चा में है.
हाल ही में SPM के ओरल एग्जाम में एक ऐसा सवाल पूछा गया जिससे बवाल मच गया. इसके ओरल एग्जाम में बच्चों से शादी को लेकर सवाल किया गया. सवाल में पूछा गया कि आपकी ड्रीम वेडिंग कैसी है? इस सवाल के बाद बच्चों के पेरेंट्स में काफी गुस्सा भर गया. पढ़ने वाले बच्चों से शादी के सपने पूछना कई पेरेंट्स को हैरान कर गया. इस प्रश्नपत्र का स्क्रीनशॉट भी काफी शेयर किया गया. फेसबुक पर जैसे ही इसे शेयर किया गया, देश के मंत्रियों की नजर भी इसपर पड़ गई, जिसके बाद देश के एजुकेशन मिनिस्टर सवालों के घेरे में आ गए हैं.



सोशल मीडिया पर एक बच्चे के पेरेंट्स ने इस सवाल का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसके बाद कुलाई की एमपी तेओ निए चिंग ने मामले को गंभीरता से उठाया. बताया जा रहा है कि बीते हफ्ते हुए एग्जाम में ये सवाल आया था. चिंग ने इसे लेकर बयान दिया कि ऐसे सवाल बेहूदा हैं. अगर स्कूल में ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं तो ये वाकई चिंता का विषय है. इसके बाद से मलेशिया एजुकेशन मिनिस्ट्री विवादों में है. किसी को यकीन नहीं हो पा रहा है कि बच्चों के भविष्य से जुड़े इतने महत्वपूर्ण क्लास में ऐसा सवाल किया गया है.
Malay Mail की रिपोर्ट के मुताबिक़, इसका स्क्रीनशॉट काफी वायरल हो रहा है. अब देश के एजुकेशन मिनिस्टर से कन्फर्म किया जा रहा है कि क्या वाकई ऐसा सवाल किया गया था या किसी ने इसे एडिट कर वायरल किया है? चिंग के मुताबिक़, 17 साल के बच्चों से ऐसा सवाल करना सही नहीं है. अगर ऐसा वाकई हुआ है तो शिक्षा मंत्री को बच्चों से माफ़ी मांगनी चाहिए. कई अन्य मीडिया ने भी इस खबर को प्रमुखता दी है. सभी हैरान है कि क्या वाकई ऐसा सवाल दसवीं के बच्चों से पूछा गया है. बता दें कि SPM एग्जाम मलेशिया में ग्यारहवीं से पहले लिया जाता है ताकि पता चले कि बच्चे का इंट्रेस्ट किस स्ट्रीम में ज्यादा है.
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