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सर्दियों के मौसम में छींक आना एक आम बात है. वहीं गर्मी और बारिश के मौसम में भी गाहे-बगाहे छींक आ ही जाती है
सर्दियों के मौसम में छींक आना एक आम बात है. वहीं गर्मी और बारिश के मौसम में भी गाहे-बगाहे छींक आ ही जाती है. कुछ लोगों के छींकने (Sneezing) पर तेज आवाज आती है, वहीं कुछ लोग बहुत धीरे से छींकते हैं. इसे लेकर एक रोचक बात जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि छींकने का यह तरीका आपकी पर्सनालिटी (Personality) के बारे में भी बहुत कुछ बताता है. इस बारे में ब्रिटेन के बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट रॉबिन करमोड ने अपनी किताब में भी जिक्र किया है.
छींकने का तरीका बताता है पर्सनालिटी
छींकने की आवाज (Sound of Sneeze) के साथ-साथ छींक आने के बाद व्यक्ति कैसा व्यवहार करता है, इससे भी उसकी पर्सनालिटी के बारे में पता चलता है. रॉबिन करमोड के मुताबिक ऐसे लोग जो बहुत धीरे से छींकते हैं, उनका खुद पर बहुत अच्छा कंट्रोल होता है और वे कोशिश करते हैं कि उनके कारण कभी भी किसी को कोई परेशानी न हो. वहीं जोर से छींकने वाले लोग सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बनना पसंद करते हैं. कई बार वे लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए अजीब काम भी कर बैठते हैं.
छींक रोकने वाले होते हैं ऐसे
कुछ लोग छींक रोकने की भरसक कोशिश करते हैं. हालांकि मेडिकल साइंस के अनुसार ऐसा करना ठीक नहीं होता है. छींक रोकने की कोशिश करने वाले लोग अंतर्मुखी स्वभाव के होते हैं. वे इस तरह रहना चाहते हैं कि उनकी मौजूदगी का किसी को अहसास भी न हो. वे खुद की ही कंपनी एंजॉय करने में माहिर होते हैं.
वहीं छींकने के बाद सॉरी या एक्सक्यूज मी बोलने वाले लोग शांत और सभ्य होते हैं. ये लोग कभी भी दूसरों की जिंदगी में दखल नहीं देते हैं.
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