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शख्स ने 'MBA' छोड़ खोला चाय का स्टॉल, लोग उड़ाते थे मज़ाक, अब महज 4 साल में कमा लिए करोड़ों रुपए

Gulabi
13 March 2021 1:32 PM GMT
शख्स ने MBA छोड़ खोला चाय का स्टॉल, लोग उड़ाते थे मज़ाक, अब महज 4 साल में कमा लिए करोड़ों रुपए
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अहमदाबाद में रहने वाले 22 साल के प्रफुल बिलोरे आज देशभर में ‘एमबीए चायवाला’ के नाम से मशहूर हो चुके

अहमदाबाद में रहने वाले 22 साल के प्रफुल बिलोरे (Prafull Billore) आज देशभर में 'एमबीए चायवाला' के नाम से मशहूर हो चुके हैं. प्रफुल भी बाकी दूसरे स्टूडेंट की तरह अपना करियर एमबीए में बनाना चाहते थे. मगर 'एमबीए' में असफलता मिलने के बाद उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा है. इसके बाद प्रफुल बिलोरे ने एमबीए की पढ़ाई छोड़ सड़क किनारे चाय का ठेला लगाना शुरू किया. इसके बाद प्रफुल ने जो किया, वो हम सब के लिए एक प्रेरणादायक कहानी बन गई.

प्रफुल ने बुलंदियों तक पहुंचने के लिए कई संघर्ष किए. उनकी कहानी को हाल ही में officialhumansofbombay पेज से शेयर किया गया. जिसमें उन्होंने बताया कि जब मैंने अपनी तमाम कोशिशों के बाद भी कैट में अच्छा स्कोर नहीं किया, तो मैं निराश हो गया. ऐसे में मैंने यात्रा करने का फैसला किया. लेकिन मेरे माता-पिता चाहते थे कि मैं बस एक डिग्री हासिल करूं. मगर मैंने बहुत यात्रा की, लेकिन अहमदाबाद पहुंचने पर, मैंने रुकने का फैसला किया. यहां मुझे एक रेस्तरां में पार्ट टाइम नौकरी मिली.


प्रफुल ने कहा कि मुझे पता था कि मेरे माता-पिता इसे अच्छी तरह से नहीं समझेंगे, क्योंकि वे चाहते थे कि मुझे डिग्री मिले. इसलिए, मैंने एमबीए कॉलेज में दाखिला लिया. अब मैं पढ़ने के साथ काम कर रहा था. मगर ईमानदारी से कहूं तो मैं एक MBA छात्र की तुलना में अधिक कैशियर के रूप में सीख रहा था. मैं अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहता था, लेकिन मेरे पास अपना काम शुरू करने के लिए पर्याप्त धन नहीं था. फिर, एक दिन मैंने चायवाले से बात की. इसके बाद मैंने एक चाय की टपरी खोलने का फैसला किया.
टी स्टॉल की शुरुआत करने के पहले दिन ही प्रफुल ने जो दूध खरीदा था, वो खराब हो गया था. जैसे-तैसे प्रफुल ने चाय बनाई लेकिन इस दौरान चाय जरूरत से ज्यादा मीठी हो गई. इन मुसीबतों के बीच प्रफुल ने पहले दिन केवल 1 कप चाय बेची. लेकिन अगला दिन बेहतर गुजरा और चाय की चुस्कियों के साथ राजनीति के बारे में लोगों से खूब बातचीत की. आखिरकार प्रफुल की चाय टापरी अच्छी चलने लगी.


प्रफुल का काम ठीक-ठाक चल रहा था. यही वजह रही कि वो महीने में 15,000 रुपए कमाने लगे. लेकिन प्रफुल इस काम में सबकुछ देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने एमबीए की पढ़ाई छोड़ दी. हालांकि इस दौरान उनके माता-पिता ने कहा कि वो अपने परिवार को शर्मसार करने पर तुला है. यहां तक ​​कि उसके दोस्तों ने भी कहा, एमबीए करने गया था और क्या करने लगा. लेकिन प्रफुल ने सभी को दरकिनार करना ज्यादा बेहतर समझा. इस बीच उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया की दुनिया में तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद उन्हें एक अलग पहचान मिल गई.

आखिरकार वो दिन आ ही गया जब प्रफुल की टपरी को एमबीए चायवाला के रूप में पहचान मिली! जिसका असर ये हुआ कि प्रफुल को शादियों में चाय परोसने के लिए ऑडर्र मिलने लगे. फिर जब प्रफुल ने 2 साल बाद अपना पहला कैफे खोला, तो उनके मां-बाप उन पर बहुत गर्व महसूस कर रहे थे. प्रफुल के पास अब पूरे भारत में फ्रेंचाइजी हैं और उन्हें IIM जैसे बड़े संस्थानों में आमंत्रित किया जाता है.

प्रफुल की कामयाबी ने उन लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जो उनका मज़ाक उड़ाया करते थे, प्रफुल ने बताया कि अब लोग मुझसे सलाह मांगते हैं. मैं उन्हें बताता हूं, डिग्री मायने नहीं रखती है. मुझे जो पसंद है, मैं वहीं करता हूं. आपको बता दें कि प्रफुल ने एमबीए' छोड़कर चाय का स्टॉल किया था. चाय के बिजनेस को शुरू करने के 4 वर्षो भीतर उन्होंने 3 करोड़, रुपए कमाकर देशभर में तारीफे बटोर ली थी.


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