ऐसा कहा जाता है कि कुछ लोग शादी करने या कराने के चक्कर लाखों रुपए फूंक देते हैं और बाद में उधार लिए हुए पैसों को सालों-साल चुकाते रहते हैं. शादी में न सिर्फ गहने और कपड़ों की लेन-देन करनी होती है, बल्कि खाने में भी लाखों रुपये का चूना लगता है. अब लोग प्रति प्लेट के हिसाब से शादियों का बजट बनाते हैं. अगर आप कहीं भी गेस्ट हाउस बुक करने जाएंगे तो आपसे पूछा जाएगा कि आपके कितने मेहमान हैं और उतने मेहमानों के हिसाब से प्रति प्लेट को जोड़कर पैसा लिया जाएगा. शादी में उम्मीद से अधिक मेहमान आने पर मामला कुछ और ही दिखाई देता है.
कुछ ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक मेहमान ने खाना खाने के लिए आधार कार्ड (Aadhar Card) दिखाया. यूपी में शादी के मेहमानों को कथित तौर पर खाने की अनुमति देने से पहले आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा गया. हाल ही में, उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक शादी में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. मेजबानों ने मेहमानों से खाना खाने की अनुमति देने से पहले अपना आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहमानों की संख्या अनुमान से ज्यादा रही. नतीजतन, दुल्हन के परिवार ने केवल उन लोगों को बैंक्वेट हॉल में प्रवेश करने की अनुमति दी, जिनके पास आधार कार्ड था.
जिन मेहमानों के पास आधार कार्ड नहीं थे, वे बिना दावत खाए लौट गए. दुल्हन के परिवार का दावा है कि ऐसा इसलिए क्योंकि बुलाए जाने मेहमानों से अधिक बिन बुलाए ही पहुंचे और खाना कम पड़ गया, जिसकी वजह से ऐसा करने को मजबूर होना पड़ा. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि घटना 21 सितंबर की है. उस समय हसनपुर मोहल्ले में दो अलग-अलग बारात मौजूद थीं.
जब एक बारात को खाना परोसा गया, तो दूसरी पार्टी के मेहमान भी आ गए, जिससे मेजबानों के लिए यह पता लगाना मुश्किल हो गया कि कौन से मेहमान किस शादी के हैं. इससे शादी के दौरान अफरा-तफरी मच गई. मेहमानों की संख्या देखकर लड़की पक्ष के लोग परेशान हो गए और मेहमानों को भोजन स्थल में प्रवेश करने से रोक दिया गया.
क्रेडिट ; जी न्यूज़