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शार्क से बचने के चक्कर में खुद विस्फोट की चपेट में आ गए मछुआरे, 2 की मौत

Gulabi Jagat
25 March 2022 5:25 AM GMT
शार्क से बचने के चक्कर में खुद विस्फोट की चपेट में आ गए मछुआरे, 2 की मौत
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शार्क के विस्फोट की चपेट में आ गए मछुआरे
शार्क खतरनाक होते हुए भी इंसानों पर हमले नहीं करती मगर जब करती है तो बचना मुश्किल होता है. फिर भी ऐसी घटनाएं दशकों में कभी होती दिखती है. हाल ही में एक शार्क ने नांव पर बैठे मछुआरों पर हमला करने की कोशिश की मगर वो अपनी कोशिश में कामयाब हो पाए उससे पहले ही बचाव दल वहां पहुंच गया था.
मछुआरे रिचर्ड किर्बी और लेस्ली नी (Fishermen Richard Kirby and Leslie Nye) द लिज़र्ड इन कॉर्नवाल से बाहर ब्रिटिश जल में नौकायन कर रहे थे, जब उन्होंने जहाज के पास एक विशाल व्हाइट शार्क को देखा. जिसेक बाद सूचना मिलते ही डाइविंग अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर ब्रूक्स (Diving officer Lt Commander Brooks led) ने शार्क को डराकर भगाने के लिए एक छोटी मोटरबोट का इस्तेमाल किया और शार्क के हमले से बचाने के मिशन का नेतृत्व किया. लेकिन मिशन उल्टा पड़ गया और जिन्हें बचाने की कोशिश हो रही थी वो मारे गए (The mission backfired and those who were trying to save were killed).

शार्क पर हमले के चक्कर में मारे गए मछुआरे
द मिरर (The Mirror) में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, प्लानिंग ये थी कि शिकारी शार्क के पास विस्फोटकों का बक्सा पानी में फेंक दिया जाएगा जिससे डरकर शार्क दूर भाग जाएगी. मगर ऐसा नहीं हो पाया. विस्फोटक तो पानी में फेंके गए मगर शार्क देर तक पानी में गोल-गोल तैरती रही और विस्फोटक का बक्सा भी पानी की लहर के साथ इधर-उधर होता रहा फिर अचानक ब्लास्ट हुआ लेकिन तब तक बक्सा बहकर उस ओर आ चुका था जहां बचाव कर्मियों की बोट थी लिहाज़ा विस्फोट में पूरी बोट ध्वस्त हो गई साथ ही वो दो मछुआरे भी मारे गए जिन्हें बचाने की योजना बनाई गई थी.
विस्फोट में विशाल शार्क के भी मरने की आशंका
मिशन का नेतृत्व कर रहे लेफ्टिनेंट कमांडर ब्रूक्स और एक अन्य साथी विस्फोट की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए. हालांकि आशंका जताई जा रही है कि विस्फोट में व्हाइट शार्क भी मारी गई. घटना दुखद है. मगर आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन में शार्क के हमले दुर्लभ हैं, 1847 में रिकॉर्ड हमले के बाद से UK में अब तक कोई बड़ा हमला सामने नहीं आया.
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