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धरती से गुजरा खतरा! कुछ किमी दूर से निकला घर जितना बड़ा ऐस्टरॉइड
Gulabi Jagat
8 April 2022 4:57 PM GMT
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एक छोटे घर के आकार का एक ऐस्टरॉइड मंगलवार शाम को पृथ्वी के निकट से गुजरा था
वॉशिंगटन : एक छोटे घर के आकार का एक ऐस्टरॉइड मंगलवार शाम को पृथ्वी के निकट से गुजरा था। नासा के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के अनुसार, यह खगोलीय चट्टान धरती के 127,000 किमी निकट आ गई थी जो धरती और चंद्रमा की दूरी का लगभग एक-तिहाई है। 2022 GN1 नाम के इस ऐस्टरॉइड की लंबाई 24.3 से 55.8 फीट थी और यह करीब 55,836 किमी/घंटे की रफ्तार से यात्रा कर रहा था।
वर्चुअल टेलिस्कोप प्रोजेक्ट के संस्थापक और साइंटिफिक डायरेक्टर जियानलुका मासी के अनुसार यह ऐस्टरॉइड सुनने में बड़ा लगता है लेकिन वास्तव में यह छोटा था। कुछ लंबे ऐस्टरॉइड 1 किमी तक लंबे होते हैं। अमेरिकी उल्का सोसायटी के ऑपरेशन मैनेजर माइक हैंकी ने कहा कि जीएन1 का आकार चेल्याबिंस्क उल्कापिंड जितना था जो 59 फीट (18 मीटर) लंबा था। उन्होंने कहा कि यह उल्कापिंड 2013 में रूस के चेल्याबिंस्क में गिरा था। इस दौरान हुई उल्कापिंड की बारिश में 1000 से अधिक लोग घायल हुए थे।
धरती के लिए कोई खतरा नहीं बना जीएन1
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार मासी ने कहा कि चेल्याबिंस्क के विपरीत जीएन1 लोगों के लिए खतरा नहीं बना। उन्होंने कहा कि इसके ऑर्बिट ने यह स्पष्ट कर दिया था कि यह हमें नुकसान नहीं पहुंचाएगा। जीएन1 जैसी धरती के करीब से गुजरने वाली चट्टानें वैज्ञानिकों के लिए एक बेहद सुनहरा मौका होता है जब वह अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझा सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी छोटी और दूर स्थित वस्तु पर अध्ययन के बजाय इस तरह की करीब खोज करना बेहतर विकल्प होता है।
ऐस्टरॉइड के खतरे से निपटेगा नासा का डार्ट मिशन
लगभग हमेशा किसी न किसी ऐस्टरॉइड के धरती से टकराने का खतरा बना रहता है। इस वजह से नासा का प्लैनेटरी डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस हर समय अंतरिक्ष की उन चीजों पर नजर रखता है जो पृथ्वी को संभावित नुकसान पहुंचा सकता है। नासा ने इस तरह के खतरों से निपटने के लिए डार्ट (Double Asteroid Redirection Test) मिशन लॉन्च किया है। इसमें अमेरिकी स्पेस एजेंसी यह परीक्षण कर रही है क्या किसी स्पेसक्राफ्ट की टक्कर से धरती की तरफ बढ़ते ऐस्टरॉइड की रफ्तार और दिशा में परिवर्तन आ सकता है।
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