कानपुर पुलिस (Kanpur Police) का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जाजमऊ पुलिस चौकी (Jajmau Police Booth) की वसूली का कथित पर्चा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस पर्चे में वसूली लिस्ट है, जिसमें बकायदा नाम के साथ किससे कितने रुपए वसूल करने हैं, यह भी लिखा हुआ है. जब कानपुर के वरिष्ठ अधिकारियों तक यह बात पहुंची तो वह भी हैरान रह गए. मामले की तह तक जानने के लिए पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दे दिए हैं. सोशल मीडिया (Social Media) पर पर्चा वायरल होने के बाद लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं.
कानपुर पुलिस की कथित वसूली लिस्ट हुई वायरल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चकेरी थाना क्षेत्र के जाजमऊ चौकी इलाके में कई अवैध काम होते हैं. कथित तौर पर गंगा किनारे कटरी और आस-पास के ग्रामीण इलाके में बड़े पैमाने पर गैरकानूनी काम भी होते हैं. एनबीटी में छपी खबर के मुताबिक, जाजमऊ चौकी के इंचार्ज सुखराम रावत हैं, जिनका नाम सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वसूली लिस्ट में लिखा है. इस लिस्ट में कुल सात नाम लिखे हैं, जहां से पुलिस की वसूली आती है. लिस्ट में लिखे हुए नामों के साथ पैसों का भी विवरण दिया गया है.
थाना इंचार्ज समेत लिखे गए कई लोगों के नाम
सूची में राना रब्बानी, अशफाक और उसके भाई अफजल, निजाम, नसीम पहलवाल, जुबैर आलम, सलीम और बनिया का नाम लिखा गया है. इसके साथ ही आखिर में यह भी लिखा गया कि वसूली में इकट्ठे किए गए पैसे महफूज अख्तर, सउद अख्तर गैंगेस्टर का करीबी फाजिल अशरफ चौकी इंचार्ज को देता है. कानपुर पुलिस के अधिकारियों के पास जैसे ही यह खबर पहुंची तो सभी हरकत में आ गए. फिलहाल, इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल पर्चा किसी की शरारत है. पुलिस को बदनाम करने के लिए ऐसी शरारत की गई है.