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बंदर तो वही करते हैं जो देखते हैं. नकलची बंदरों की कहानी तो आपने भी सुनी होगी, पर बंदर उत्पात मचा-मचाकर नोट उड़ाने लगें,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| बंदर तो वही करते हैं जो देखते हैं. नकलची बंदरों की कहानी तो आपने भी सुनी होगी, पर बंदर उत्पात मचा-मचाकर नोट उड़ाने लगें, ये शायद ही सुना हो. ऐसा हुआ है सीतापुर, उत्तर प्रदेश में.
खबर के मुताबिक, सीतापुर जिले के विकास भवन रजिस्ट्री कार्यालय में एक बंदर ने हंगामा कर दिया. इतना हंगामा की लोग परेशान हो गए कि इसे रोका कैसे जाए.
हुआ ये कि मंगलवार शाम बंदर एक बुजुर्ग से करेंसी नोटों से भरा बैग छीनकर पेड़ पर चढ़ गया. बुजुर्ग का नाम है भगवान दीन. भगवान दीन उस समय रजिस्ट्री के किसी काम से पैसे लेकर यहां पहुंचे थे.
बंदर को देखते ही वो उसके पीछे भागे. क्योंकि बैग में नोट भरे थे. जब वे पेड़ के पास पहुंचे तो बंदर ने उन्हें देख और करतब करने शुरू कर दिए.
आपको जानकर हैरानी होगी कि बंदर ने बैग की चेन खोली, और उसमें से 500 रुपए के नोट निकालकर फेंकना शुरू कर दिया. नोट पेड़ से नीचे गिरने लगे तो मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई.
भगवान दीन को समझ ही नहीं आया कि क्या करें. उन्होंने बंदर को केले की लालच दिया, लेकिन वो माना नहीं. फिर कुछ लोगों ने पेड़ पर चढ़कर बंदर से बैग छीनना चाहा पर ये भी न हो सका.
लोग थक-हारकर वहीं खड़े हो गए. आखिरकार करीबन एक घंटे के बाद बंदर ने बैग को नीचे फेंक दिया. लोगों ने भगवान दीन की मदद के लिए पैसों को एकत्रित कर उनके बैग में रख दिया.
बाद में भगवान दीन ने कहा कि उनके बैग में 4 लाख रुपये थे, जिसमें से बंदर ने 12,000 रुपये के करेंसी नोटों को फाड़ दिया.
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