जरा हटके
पुरी के बीच पर सुदर्शन पटनायक ने रेत पर राखी उकेर कर दी रक्षा बंधन की बधाई
Ritisha Jaiswal
11 Aug 2022 12:28 PM GMT
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रक्षाबंधन एक ऐसा त्यौहार जिसमे बहन भाई से सुरक्षा का वचन लेती है. धागे की एक डोर से भाई बहन का रिश्ता मजबूती से बँधा रहता है.
रक्षाबंधन एक ऐसा त्यौहार जिसमे बहन भाई से सुरक्षा का वचन लेती है. धागे की एक डोर से भाई बहन का रिश्ता मजबूती से बँधा रहता है. ये एक ऐसा बंधन है जो कभी नहीं टूटता. ऐसा बंधन जिसमें जुड़ना हर भाई बहन चाहते हैं आज पूरा देश रक्षाबंधन का पावन पर्व मना रहा है. ऐसे में लोग अलग अलग अंदाज में इस पावन पर्व की शुभकामनाएं दे रहे हैं.
सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ट्विटर पर अपने खास अंदाज़ में रक्षाबंधन की बधाई दी. पुरी के बीच पर उन्होंने रेत से बेहद खूबसूरत राखी बनाकर देशवासियों को रक्षाबन्धन के त्योहार की शुभकामनाएं दी. रेत से बनी राखी की खूबसूरती ऐसी थी मानो किसी ने पेंट से कागज पर उसे उकेर दिया हो.
रेत पर राखी उकेर कर दी रक्षा बंधन की बधाई
ओडिशा के पुरी में सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने हमेशा की तरह अपने खास अंदाज से लोगों को राखी की शुभकामनाएं दी. हर बार की तरह इस बार भी उन्होंने समुद्र किनारे रेत से एक विशाल राखी बनाकर लोगों को चकित कर दिया. शायद ही कोई मौका ऐसा होता हो जब सुदर्शन पटनायक रेत के जरिये श्रद्धांजलि देना भूलते होंगे. होली, दीवाली, दशहरा हो या फिर शांति सौहार्द से जुड़ा कोई मसला. जगन्नाथ की रथयात्रा हो या फिर जन्माष्टमी समुद्र किनारे अपनी कला को रेत के जरिए उकेरना वो कभी नहीं भूलते. तभी तो इस बार भी उन्होंने विशाल रंग बिरंगी राखी बनाकर देश वासियों को रक्षाबंधन की बधाई दी. श्रावण मास के आखिरी दिन पूर्णिमा पर रक्षा बंधन का खास पर्व मनाया जाता है. ये त्योहार भाई बहन के प्यार और अटूट रिश्ते के नाम से जाना जाता है. बहनें भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं और उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं.
कलाई कोई भी हो, मगर वचन रक्षा का हो
देश के अलग अलग हिस्सों में रक्षाबंधन की परंपरा में अमूल चूल परिवर्तन भी देखे गए हैं. कुछ जगहों पर पत्नियां पतियों को भी राखी बांधती हैं तो वहीं कई जगह बहनें भाई के साथ साथ भाभी की कलाई पर भी रक्षाबंधन बांधती हैं. इन बदलावों के होते हुए भी इसका महत्त्व एक ही है, मकसद है रक्षा का वचन. जिसतरह भाई बहन की रक्षा करता है पति भी पत्नी की सुरक्षा का वचन देखकर ही उसे अपने संगीत बनाता है इसलिए जिन राज्यों में पति को राखी बांधने की परंपरा है उसे भी गलत नहीं कहा जा सकता. अब तू बच्चियां भी अपने पिता को राखी बांधकर उनसे रक्षा का वादा लेती है और लोग भतीजे भतीजियों की कलाई पर भी राखी बांधते हैं.
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