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सोनू ने सीएम नीतीश कुमार से लगाई ये गुहार, बनना चाहता है IAS-IPS

Subhi
19 May 2022 3:46 AM GMT
सोनू ने सीएम नीतीश कुमार से लगाई ये गुहार, बनना चाहता है IAS-IPS
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पढ़ाई के लिए मदद की गुहार लगाने वाले सोनू कुमार इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 16 मई को बिहार के एक सरकारी स्कूल के पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला 12 वर्षीय छात्र सोनू कुमार ने अचानक खुद को सुर्खियों में पाया.

पढ़ाई के लिए मदद की गुहार लगाने वाले सोनू कुमार इन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है. 16 मई को बिहार के एक सरकारी स्कूल के पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला 12 वर्षीय छात्र सोनू कुमार ने अचानक खुद को सुर्खियों में पाया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने गृह जिले नालंदा का दौरा कर रहे थे, तो भीड़ के बीच इंतजार कर रहे सोनू ने उन्हें बुलाया. नालंदा के कल्याण बीघा गांव के रहने वाले सोनू घटना के एक वायरल वीडियो में कहते हैं, 'सुन लिजिये, सर'. हैरान होकर नीतीश कुमार लड़के की ओर मुड़ते हैं, जिसपर वह बच्चा कहता है, 'हमको आईएएस, आईपीएस बनना है. सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है.'

सोनू ने सीएम नीतीश कुमार से लगाई ये गुहार

सोनू आगे सीएम नीतीश को बताता है कि उनके पिता रणविजय यादव एक शराबी है, जो परिवार का सारा पैसा शराब पर खर्च करता है. इस वजह से उनका परिवार उसे एक निजी स्कूल में भेजने का जोखिम नहीं उठा सकता. इसके बाद मुख्यमंत्री अपने अधिकारियों से इस मामले में दखल करने के लिए कहते हैं. वैसे, सोनू की पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी को इससे भी समझा जा सकता है, कि वह अपने गांव में ही अपने बराबर उम्र वाले बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है. ट्यूशन से मिलने वाले पैसे से उसने एंड्रायड फोन खरीदा, जिससे वह यूट्यूब पर जानकारी हासिल करता है. जैसे ही सोनू का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग उसकी मदद करने के लिए सामने आ रहे हैं.

गांव के लोग बताते हैं कि बचपन से ही सोनू पढ़ाई में तेज तर्रार है. इसके पिता दूध बेचने का काम करते हैं तो माता लीला देवी निरक्षर हैं. फिलहाल, मुख्यमंत्री ने तत्काल उपविकास आयुक्त को उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा सौंप दिया है.

सरकारी स्कूल के बच्चों को देता है ट्यूशन

सोनू कहता है कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों में योग्यता की कमी है. इस कारण सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं. वह यूट्यूब के जरिए आगे की पढ़ाई पूरी कर चुका है. सोनू की दिलचस्पी सभी विषयों में है. सोनू बताता है कि उससे सीखने के लिए 30 बच्चे आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपए लेता है. इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और मुझे भी आर्थिक मदद मिल जाती है. उन्होंने यह भी बताता कि कई बच्चे पैसे भी नहीं देते. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनने के सपने संजोए सोनू मदद के लिए मिल रहे ऑफर से खुश तो है, लेकिन वह कहता है कि उसे ऐसी मदद नहीं चाहिए. उसे अधिकारी बनने तक मदद चाहिए. उसकी मां भी अपने बच्चे को अधिकारी के रूप में देखना चाहती है.

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी की मुलाकात

बताते चले कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पढ़ाई की गुहार लगाने वाला सोनू चर्चा में है. अपनी बात कहते हुए सोनू ने जिस तरीके से बिहार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोली है और शराबबंदी का सच सामने रखा है, उससे उसकी बेबाकी हर तरफ मिसाल के तौर पर पेश की जा रही है. इसी बीच सोनू से मंगलवार को राज्यसभा सांसद एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी मुलाकात की. उन्होंने सोनू की पढ़ाई में मदद का भरोसा दिया है. मंगलवार को सुशील कुमार मोदी हरनौत प्रखंड के नीमाकोल गांव उसके घर पहुंचे थे. मोदी सोनू के साथ खलिहान में बैठे और उसकी पढ़ाई आदि पर चर्चा की.


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