कर्नाटक में स्थित कुक्के सुब्रमण्य मंदिर के मुख्य देवता भगवान सुब्रमण्य, भगवान वासुकी और शेषनाग देवता हैं. इस मंदिर के लिए लोगों के दिलों में गहरी आस्था देखने को मिलती है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में जाने से किसी को भी सर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है.
ऐसा माना जाता है कि सांपों के राजा यानी शेषनाग ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम के पास एक झील बनाई थी और शेषनाग अभी भी यहीं रहते हैं. इसकी वजह से इस झील के तट पर नाग देवता का एक मंदिर बनाया गया. यहां पर आए कई तीर्थयात्री शेषनाग की पूजा भी करते हैं.
केरल में स्थित मन्नारसाला मंदिर भारत के सबसे बड़े नाग मंदिरों में शामिल है. इस मंदिर में भगवान नागराज की पूजा की जाती है. इसके अंदर लगभग 30,000 पत्थर से बने सांपों की मूर्तियां और तस्वीरें हैं. कहा जाता है कि ये मंदिर 3,000 साल पुराना है. इस मंदिर में नवविवाहित और निःसंतान दंपति जाकर बच्चे के लिए प्रार्थना करते हैं.
बेंगलुरु का अगसनहल्ली नागप्पा मंदिर भगवान नरसिंह को समर्पित है. आपको बता दें कि इस मंदिर में गर्भगृह में भगवान नरसिंह की प्राकृतिक रूप से बनाई गई छवि मौजूद है. यहां आपको सुनहरे रंग के सांपों के दर्शन करने का अवसर मिलेगा. बता दें कि इस मंदिर का नाम ऋषि अगस्त्य के नाम पर पड़ा था.
गुजरात में स्थित भुजंग नागा मंदिर के बारे में कई तरह की मान्यताएं हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर साल नाग पंचमी में मंदिर के चारों तरफ मेला लगता है. भारत में लोगों के मन में सांपों को लेकर आस्था और श्रद्धा का भाव देखने को मिलता है.